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पंचायत चुनाव में सुरक्षा को लेकर पुलिस ने की 'व्यूह रचना'

आरक्षण सूची जारी होते ही पुलिस हरकत में आई। निष्पक्ष व शांतिपूर्ण माहौल में चुनावी प्रक्रिया पूरी कराने की तैयारी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 11:53 PM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 11:53 PM (IST)
पंचायत चुनाव में सुरक्षा को लेकर पुलिस ने की 'व्यूह रचना'
पंचायत चुनाव में सुरक्षा को लेकर पुलिस ने की 'व्यूह रचना'

दिलीप सिंह, अमेठी

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त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को शांतिपूर्ण माहौल में निष्पक्ष कराने की बड़ी जिम्मेदारी पुलिस पर है। जिला प्रशासन स्तर पर पंचायत चुनाव का आरक्षण जारी होने के साथ ही पुलिस महकमे ने कमर कस ली है। हाईप्रोफाइल अमेठी में बड़े सियासी घमासान के मद्देनजर पुलिस ने गांव-गांव स्तर पर व्यूह रचना कर ली है।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए जिला प्रशासन के साथ ही पुलिस विभाग में भी युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं। ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत पदों का आरक्षण लागू होते ही एसपी दफ्तर स्थित चुनाव सेल में भी सक्रियता बढ़ गई है। हर बार की तरह इस बर भी ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत (बीडीसी) व जिला पंचायत (डीडीसी) के चुनाव साथ-साथ कराए जाएंगे। अभी चुनाव की संभावित तारीख घोषित नहीं हुई है। लेकिन, माना जा रहा है कि चुनाव अप्रैल तक कराए जाएंगे।

गांवों में चुनावी रंजिश की पुलिस खंगाल रही कुंडली :

लोकसभा व विधानसभा चुनाव के बाद पंचायत चुनाव बेहद संवेदनशील होते हैं। चुनाव में एक-एक वोट का महत्व होता है। चुनाव में उतरने वाले दावेदार हर तरह के दांव-पेच खेलते हैं। गांवों की राजनीति में पार्टीबंदी हावी रहती है और यही झगड़े का कारण भी बनती है। ये झगड़े अकसर बड़ा रूप ले लेते हैं। चुनावों से पहले और बाद तक चुनावों की रंजिश निकाली जाती है।

पिछले चुनावों के दौरान हुई वारदातों से पुलिस सबक लेने का प्रयास कर रही है। इन्हीं सब स्थितियों को देखते हुए पुलिस इस बार चुनाव के दौरान हुए विवादों की जानकारी करने के साथ ही गांवों की पार्टीबंदी पर पूरी तरह से नजर रख रही है। छोटे-बड़े झगड़े, भूमि विवाद और अन्य विवादों के अलावा गांवों की आबादी, जातिगत आंकड़ों व संवेदनशीलता को भी ध्यान में रख रही है।

शराब कारोबारियों पर है पुलिस की नजर :

जिले में थानावार पांच सौ लोगों की सूची तैयार की गई है, जो कि पिछले चुनावों के समय शराब बेचने और निकालने के आरोप में जेल जा चुके हैं। उन सभी की गतिविधियों पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

इन बूथों पर पुलिस ने शुरू किया होमवर्क :

पंचायत चुनाव 2015 में अति संवेदनशील प्लस की श्रेणी में 30, अतिसंवेदनशील 46 व संवेदनशील बूथों की संख्या 55 थी। इन बूथों पर इस बार पुलिस ने अभी से ही अपना होमवर्क शुरू कर दिया है। एसपी खुद इन बूथों की मानीटरिग कर रहे हैं। थानावार तैयार हुई विवादों की सूची

थाना विवाद

अमेठी 174

पीपरपुर 414

फुरसतगंज 153

कमरौली 136

बाजारशुकुल 90

मुसाफिरखाना 145

जगदीशपुर 125

मोहनगंज 448

जायस 201

शिवरतनगंज 19

जामो 302

मुंशीगंज 157

संग्रामपुर 173

गौरीगंज 252

रामगंज 23 इन पर है सुरक्षा की जिम्मेदारी :

पदनाम स्वीकृत कार्यरत

एसपी 01 01

एएसपी 01 01

सीओ 04 04

इंस्पेक्टर पुरुष 29 23

इंस्पेक्टर महिला 02 01

सब इंस्पेक्टर 194 120

मुख्य आरक्षी पुरुष 376 271

मुख्य आरक्षी महिला 13 13

आरक्षी पुरुष 1206 983

आरक्षी महिला 192 206

निरीक्षक प्रतिसार 01 01 यह भी होंगे साथ :

होमगार्ड : 509

पीआरडी : 400

चौकीदार : 965

(नोट: सभी आकड़ा पुलिस विभाग का है।) गांव-गांव सक्रिय हैं 150 बाइक सवार कलस्टर :

पंचायत चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस की 150 कलस्टर टीमें गाव-गांव सक्रिय हैं। इन पर चुनाव के पहले ऐसी गतिविधयों पर निगाह रखने की जिम्मेदारी है, जो कि चुनावी प्रक्रिया में बांधा पैदा कर सकते हैं। अब तक की गई कार्रवाई :

शांति भंग में गए जेल : 2608

शांतिभंग में हुए पाबंद : 13841

116 (3) में हुए पाबंद : 5654

110 जी : 1128

गुंडा एक्ट : 76

जिला बदर : 14

गैंगस्टर एक्ट : 04

बरामद अवैध शस्त्र : 36 अभियान चलाकर की जा रही कार्रवाई :

एसपी दिनेश सिंह ने बताया कि पंचायत चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस बल सर्तक व सजग है। हम जिले में अवैध नशे के कारोबार को रोकने के साथ ऐसे लोगों व विवादों को गंभीरता से ले रहे हैं। जो चुनाव में किसी भी तरह की गड़बड़ी की वजह बन सकते हैं। पुलिस पांच बिंदुओं पर अभियान चलाकर कार्रवाई कर रही है।


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