Amethi News: वन विभाग ने सारस के दोस्त आरिफ को भेजा नोटिस, बयान दर्ज करने के लिए कार्यालय बुलाया
अमेठी के मंडखा निवासी आरिफ और सारस हमेशा के लिए जुदा हो गए। सारस को वन विभाग ने पहले समसपुर पक्षी विहार रायबरेली फिर शनिवार को कानपुर चिड़ियाघर वन विभाग भेजा है। अब वन विभाग ने सारस के दोस्त आरिफ को नोटिस देकर बयान दर्ज करने के लिए बुलाया है।
गौरीगंज (अमेठी), जागरण संवाददाता। जिले के जामो क्षेत्र के मंडखा गांव निवासी मो. आरिफ और सारस की दोस्ती के किस्से दोनों के अलग होने के बाद भी खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं। मामले में एक तरफ सारस पक्षी को पहले समसपुर पक्षी विहार रायबरेली, फिर वही शनिवार को कानपुर चिड़ियाघर वन विभाग की तरफ से भेज दिया गया है।
मो. आरिफ अपने साथी से अलग होने के बाद इंटरनेट मीडिया पर अपने दोस्त सारस को दिलाने की मांग लगातार सरकार से कर रहे हैं। इसी बीच वन विभाग ने नोटिस जारी करते हुए दो अप्रैल को आरिफ को बयान दर्ज करने के लिए अपने कार्यालय पर बुलाया है। सहायक वन संरक्षक रणवीर मिश्र ने दो अप्रैल सुबह 11 बजे कार्यालय प्रभागीय वनाधिकारी, अमेठी वन प्रभाग, में उपस्थित होकर अपना बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजी गई है।
कुछ दिन पहले मंडखा निवासी आरिफ इंटरनेट मीडिया पर तब चर्चा में आ गए, जब एक सारस पक्षी के साथ उनकी तस्वीरें और वीडियो वायरल होने लगे थे। प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर की मीडिया में उनका इंटरव्यू लिया गया। इतना ही नहीं कुछ दिन पूर्व अमेठी आए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी मंडखा जाकर मो. आरिफ से मुलाकात की थी। जिसके बाद सारस और आरिफ की दोस्ती सुर्खियों में आ गई।
इस सब के बीच प्रभागीय वनाधिकारी अमेठी डीएन सिंह ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक उत्तर प्रदेश को पत्र लिखकर सारस को उसके प्राकृतिक वास समसपुर पक्षी विहार में छोड़े जाने की अनुमति मांगी थी। जिस पर अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील चौधरी ने प्रभागीय वनाधिकारी को सारस को सुरक्षात्मक उपाय के साथ समसपुर पक्षी विहार छोड़ने की अनुमति दी थी।
सारस को पशुचिकित्सक के साथ एसडीओ रामवीर मिश्र व क्षेत्रीय वनाधिकारी ने पक्षी विहार में छोड़ा गया था। डीएफओ ने बताया था कि सारस को सुरक्षात्मक उपाय के साथ उसके प्राकृतिक वास स्थल पर छोड़ दिया गया है। पूरे मामले की वीडियोग्राफी भी कराई गई।