जमीन है भवन भी, फिर भी अमेठी से दूर केंद्रीय विद्यालय
दिलीप सिंह, अमेठी : नौनिहालों की तालीम के लिए सात साल पहले वर्ष 2012 में राहुल गांधी के प
दिलीप सिंह, अमेठी : नौनिहालों की तालीम के लिए सात साल पहले वर्ष 2012 में राहुल गांधी के प्रयास से केंद्रीय विद्यालय की स्थापना को मंजूरी मिली थी। दो साल बाद 2014 के मार्च माह में जिला प्रशासन ने शासन की इच्छा पर जिले के जायस में बने सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में अस्थायी रूप से विद्यालय संचालित करने के लिए अपनी सहमति दी थी। इसके बाद भी विद्यालय अब तक संचालित नहीं हो पाया है। सत्र 2018-19 की शुरूआत के समय मुंशीगंज में किराये के भवन में विद्यालय शुरू करने की कवायद शुरू हुई थी, लेकिन धीरे-धीरे वह भी पांच माह में खत्म सी हो गई है।
-कब क्या हुआ
-अस्सी के दशक में जायस में केंद्रीय विद्यालय स्थापित करने की मांग उठी थी।
-आम चुनाव 2009 में राहुल गांधी ने तिलोई के जायस में केंद्रीय विद्यालय खुलवाए जाने का वादा किया।
-यूपीए सरकार में साल 2012 में अमेठी में केंद्रीय विद्यालय खोले जाने को मंजूरी मिली।
-31 जनवरी 2014 को केंद्रीय विद्यालय संगठन ने भवन व अन्य व्यवस्था के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा।
-चार मार्च 2014 में संगठन ने जायस में केंद्रीय विद्यालय स्थापित कर एक से पांच तक कक्षाएं संचालित करने को मंजूरी दी।
-10 जनवरी 2015 को जिला प्रशासन ने जायस में दो हेक्टेयर में स्थित सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में केंद्रीय विद्यालय खोले जाने की सहमति दी।
-20 मई 2015 को तिलोई के बकतावर का पुरवा मजरे खालिसपुर में जिला प्रशासन ने 2.665 हेक्टेयर भूमि केंद्रीय विद्यालय के नाम आवंटित की।
-तीन जून 2016 को केंद्रीय विद्यालय संगठन ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर भूमि जिला मुख्यालय के करीब देने की बात कही।
-14 जुलाई 2015 को केंद्रीय विद्यालय संगठन ने अमेठी के ताला में केंद्रीय विद्यालय हेतु भूमि की मांग की।
-15 जनवरी 2018 को सीडीओ ने जिला सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक में केंद्रीय विद्यालय अस्थाई भवन व भूमि मिलने के बाद भी शुरू न हो पाने पर पत्र केंद्रीय विद्यालय संगठन को पत्र लिखने की बात कही।
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-प्रकिया है जारी, जल्द खुलेगा विद्यालय
''अमेठी में केंद्रीय विद्यालय संचालित करने की प्रक्रिया चल रही है। संगठन के हाई पावर कमेटी की बैठक होने वाली है। जिसमें विद्यालय जल्द संचालित करने का निर्णय लिया जा सकता है।''
- केपी यादव
नोडल अधिकारी,
केंद्रीय विद्यालय-अमेठी
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-पांच सत्रों का हुआ नुकसान
''राहुल भैया की कोशिश से मिले केंद्रीय विद्यालय को संचालित कराने के लिए उनकी टीम द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जायस में अस्थाई भवन व स्थाई भूमि नि:शुल्क मिलने के बाद भी कक्षाएं पता नहीं क्यों शुरू नहीं हो पा रही हैं। कक्षाएं शुरू न होने से यहां के बच्चों को अब तक पांच सत्रों की पढ़ाई का नुकशान हो चुका है।''
-धीरज श्रीवास्तव
प्रतिनिधि, राहुल गांधी