महिला ¨हसा रोकने में पुरूष बनें भागीदार
अंबेडकरनगर : जन शिक्षण केंद्र की अध्यक्ष पुष्पा पाल ने बताया कि पुरुष प्रधान देश में केवल महिल
अंबेडकरनगर : जन शिक्षण केंद्र की अध्यक्ष पुष्पा पाल ने बताया कि पुरुष प्रधान देश में केवल महिलाओं की जागरूकता से महिला ¨हसा पर काबू पाना बहुत मुश्किल है। जमीनी हकीकत में परिवर्तन लाने के लिए पुरुषों में अच्छी सोंच तथा व्यवहारिक बदलाव बहुत ही आवश्यक है। इससे हमारे समाज के युवा साथी ही बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
उन्होंने कहा अकबरपुर तथा जलालपुर ब्लॉक में मैसवा व सहयोग लखनऊ के सहयोग से एक साथ स्त्री पुरुष बराबरी में पुरुषों की भागीदारी एवं महिला ¨हसा विरोधी अभियान चलाया गया। प्रेसवार्ता के दौरान महेश कुमार ने बताया कि महिला ¨हसा के कई आयाम हैं। इसके तहत घरेलू ¨हसा, शारीरिक ¨हसा, मानसिक ¨हसा प्रमुख रूप से आते हैं। किसी भी तरह की ¨हसा का विरोध करने में महिलाएं सक्षम नहीं होती हैं। सिर्फ एक फीसद महिलाएं अपने खिलाफ होने वाली ¨हसा का विरोध कर पाती हैं, और उनको लेकर कदम भी बढ़ाया है। संस्था के कार्यकर्ता डॉ जयप्रकाश मिश्र ने बताया कि घर में होने ¨हसा का प्रभाव बच्चों पर भी दिखाई देता है। बच्चे बहुत ज्यादा डरे सहमे और यहां तक की उनके शारीरिक और मानसिक पर भी उसका असर दिखाई देता है। इसलिए घरेलू ¨हसा के विरुद्ध महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरुषों को भी आगे आना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत गांव में सामान साथी, नारी संघ किशोरियों और युवाओं के साथ विचार गोष्ठी, नुक्कड़ नाटक, दीवार, लेखन, जन जागरूकता रैली, ग्राम स्तरीय सामुदायिक बैठक आदि कार्यक्रमों के जरिए लोगों के लिए जागरूक किया गया। यहां सामाजिक कार्यकर्ता सरोज, सिद्धार्थ ¨सह, महेश कुमार, जयराम, रामकेवल मौजूद रहे।