गुणवत्ता की हकीकत परखने का काम शुरू, पंचायतों में हड़कंप
लाखों रुपये खर्च कर कराए गए हैं विकास कार्य.ऑडिट में देखी जाएगी सच्चाईसकते में जिम्मेदार.
विद्युतनगर (अंबेडकरनगर) : ग्राम पंचायतों में कराए गए विकास कार्यों की गुणवत्ता की हकीकत परखना ऑडिट के जरिए जांच की शुरुआत हो गई है। टांडा विकास खंड अंतर्गत 119 ग्राम पंचायत स्थापित हैं। इनको संवारने के लिए पिछले सत्र में करोड़ों रुपये खर्च किए गए। नतीजा यह रहा कुछ ग्राम पंचायतों को संवारने के लिए उच्चाधिकारियों ने स्थलीय निरीक्षण के दौरान सचिवों की पीठ भी थपथपाई, जबकि कुछ गांवों में विकास कार्यो को कराने के दावों के बीच शिकायतों का अंबार भी लगा रहा। विकास कार्यों पर खर्च किए गए धनराशि का अब ऑडिट होना शुरु हुआ है। इसे लेकर टांडा विकास खंड के सभी ग्राम पंचायतों में हड़कंप मच गया हैं। टांडा विकास खंड के सहायक विकास अधिकारी पंचायत योगेंद्र नाथ सिंह ने बताया ऑडिट शुरु हुई है। -कटेहरी में ड्यूटी, टांडा में दखल:
जिन साहब की जिम्मेदारी कटेहरी ब्लॉक की है वह टांडा में दखल करते दिखाई पड़ रहे हैं। इन पर कटेहरी ब्लॉक अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों में कराए गए विकास कार्यों का ऑडिट करने की जिम्मेदारी है, लेकिन साहब टांडा ब्लॉक का मोह नहीं छोड़ पा रहे। ग्रामीण विजय कुमार, ब्रह्मादेव आदि का आरोप है कटेहरी में ऑडिट की जिम्मेदारी होने के बावजूद संबंधित व्यक्ति टांडा ब्लॉक में जमे हुए हैं। ऐसे में वह ऑडिट को प्रभावित कर सकते हैं।