तपने लगी धरती, पारा 44 डिग्री सेल्सियस के पहुंचा पार
अंबेडकरनगर आसमान से बरसती आग से धरती तपने लगी है। पारा 44 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचने से दिन बेचैनी में गुजर रहा है तो रात में न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस होने से नींद हराम हो गई है। आग उगलती हवाओं के बीच बाहर निकलना कठिन है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में राहत मिलने और तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहने का अनुमान लगाया है।
अंबेडकरनगर : आसमान से बरसती आग से धरती तपने लगी है। पारा 44 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचने से दिन बेचैनी में गुजर रहा है तो रात में न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस होने से नींद हराम हो गई है। आग उगलती हवाओं के बीच बाहर निकलना कठिन है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में राहत मिलने और तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहने का अनुमान लगाया है।
मौसम का मिजाज पिछले कुछ महीनों से जीवों के लिए काफी तकलीफदेह बना है। बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और आंधी-तूफान के बाद अब भीषण गर्मी ने मानव जीवन के साथ जीव-जंतुओं को बेहाल कर दिया है। दिन निकलने के साथ सूरज की किरणें चुभन पैदा करती हैं। सुबह 10 बजने तक बाहर निकलना दुष्कर होता है। एक तरफ कोरोना वायरस महामारी से मानव खौफजदा है, वहीं तपती धरती व आग उगलती हवाओं ने लोगों को घरों में कैद रहने को विवश कर दिया है। महामारी से बचने के लिए वातानुकूलित चलाने से अधिकांश लोग परहेज कर रहे हैं। हालांकि गर्मी और उमस की बेचैनी ऐसी चलाने को बाध्य कर देती है। वहीं बिजली कटौती परेशान करती है। रात के वक्त बिजली कटते लोग घरों की छत पर निकल आते हैं। वहीं राहगीरों और प्रवासियों की हलक तर करने को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता व समाजसेवी तत्पर हैं। बाहर निकले लोग खुद को सूरज की किरणों से छिपाए दिखते हैं।
-----------------
इलेक्ट्रानिक बाजारों पर मंहगाई का तड़का : लॉकडाउन की बंदी में नुकसान से परेशान व्यापारियों के चेहरे पर भीषण गर्मी से ठंडक मिली है। सूती कपड़ों से लेकर इलेक्ट्रानिक बाजार को गर्मी मंहगाई का तड़का लगाया है। एसी, कूलर व पंखे आदि खरीदने के लिए लोग मुंह मांगी कीमत अदा करने को तैयार हैं।