ध्वस्त होंगे परिषदीय स्कूलों के 195 जर्जर भवन
बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में हादसे की
अंबेडकरनगर : बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में हादसे की आहट देते जर्जर भवनों को जल्द ही गिरा दिया जाएगा। इससे ऑपरेशन कायाकल्प का रंग और चटख होगा। बेसिक शिक्षा विभाग ने जिला स्तर पर 195 विद्यालयों में खंडहर भवनों को चिन्हित किया है। अभी ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता के नेतृत्व में इंजीनियरों की तीन सदस्यीय टीम इसका सत्यापन कर रही है। विद्यार्थियों के स्कूल आने से पहले खतरे की गुंजाइश को खत्म कर लिया जाएगा।
परिषदीय विद्यालयों में दशकों पुराने जर्जर व खस्ताहाल भवनों के स्थान पर अतिरिक्त कक्ष के निर्माण हो चुके हैं। जर्जर भवनों के बजाए अब नए भवन में कक्षाएं संचालित हैं, इसके बाद भी हादसे का डर बना है। वजह बच्चे खेलने के दौरान इन भवन तक पहुंचते हैं। जिला मुख्यालय पर उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसर में भी जर्जर भवन कुछ साल पहले एकाएक गिर गया था। हालांकि इसमें हादसा नहीं हुआ। अभी मूल भवन जस का तस जर्जर हाल में खड़ा है। ऐसे ही अन्य विद्यालयों में जर्जर भवनों से शिक्षकों-छात्रों पर हादसे का खतरा बना है। विभाग इन्हें गिराने के लिए लंबे समय से लगा है। जागरण ने गत दिनों जर्जर भवनों से खतरा संबंधित खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसे संज्ञान में लेते हुए बीएसए ने जर्जर भवन को गिराने की कवायद तेज कर दी है। जर्जर भवनों की लंबी फेहरिस्त
परिषदीय विद्यालयों में जर्जर भवनों की फेहरिस्त लंबी है। टांडा नगरक्षेत्र में चार, कटेहरी में 16, भियांव में 14, अकबरपुर में 26, जलालपुर में 12, जहांगीरगंज में आठ, टांडा में 36, रामनगर में 38, बसखारी में तीन व भीटी में 29 स्कूलों में जर्जर भवनों को गिराए जाने की कवायद चल रही है। ---------------------
स्कूलों में जर्जर भवनों को गिराए जाने के लिए चिन्हित करते हुए सूची सत्यापन कमेटी को सौंपी गई है। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता के नेतृत्व में गठित तीन सदस्यीय कमेटी में लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता को जिम्मेदारी मिली है। परीक्षण आख्या मिलने के बाद ध्वस्तीकरण के लिए अग्रिम कार्रवाई होगी।
अतुल कुमार सिंह, बीएसए