दो लोगों को हिरासत में रखकर पूछताछ कर रही पुलिस
की। खुलासे के लिए मुकामी पुलिस के सहयोग में स्वाट टीम को भी लगाया गया है। दो बार में उठाए गए आधा दर्जन लोगों में से अधिकांश को पुलिस नें छोड़ दिया है दो अभी भी हिरासत में हैं। अब तक पूछताछ में पुलिस कुछ हासिल नहीं कर सकी। जहांगीरगंज थाना क्षेत्र के मालपुर निवासिनी 37 वर्षीया बलवंता देवी पत्नी रामनाथ निषाद बीते छह मार्च को घर से नजदीक ढोलबजवा बाजार स्थित ग्राहक सेवा केंद्र से रुपया निकालने गई थी। वापस लौटने के दौरान ही वह गायब हो गई थी। परिजनों तलाश में भी कुछ पता नहीं चल सका। दूसरे दिन उसका शव गांव के रास्ते के बगल स्थित एक गेहूं के खेत
अंबेडकरनगर : बलवंता देवी हत्याकांड में शीघ्र राजफाश का पुलिसिया दावा हवा-हवाई ही साबित हुआ। एक सप्ताह बाद भी अब तक पुलिस किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच सकी। राजफाश के लिए मुकामी पुलिस के सहयोग में स्वॉट टीम को भी लगाया गया है। दो बार में उठाए गए आधा दर्जन लोगों में से अधिकांश को पुलिस नें छोड़ दिया है, दो अभी भी हिरासत में हैं। अब तक पूछताछ में पुलिस कुछ हासिल नहीं कर सकी।
जहांगीरगंज थाना क्षेत्र के मालपुर निवासिनी 37 वर्षीया बलवंता देवी पत्नी रामनाथ निषाद बीते छह मार्च को घर से नजदीक ढोल बजवा बाजार स्थित ग्राहक सेवा केंद्र से रुपया निकालने गई थी। वापस लौटने के दौरान ही वह गायब हो गई थी। परिजनों तलाश में भी कुछ पता नहीं चल सका। दूसरे दिन उसका शव गांव के रास्ते के बगल स्थित एक गेहूं के खेत में मिला था। मौके की परिस्थितियां व हालात स्पष्ट संकेत दे रहे थे कि घटना को अंजाम देने में एक से अधिक शामिल हो सकते हैं और हत्या कहीं अंयत्रित कर शव यहां लाकर फेंक दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बलवंता की मौत दम घुटने से होना बताया गया है। पहले ही दौर में ताबड़तोड़ छापेमारी कर चार लोगों को उठाने के बाद पुलिस ने शीघ्र घटना की राजफाश का दावा कर दिया था, लेकिन दिन बीतने के साथ ही उठाए गए लोगों को छोड़ने के लिए सियासी दबाव भी पुलिस पर पड़ने लगे। पहले एक फिर अन्य तीनों को भी पुलिस ने छोड़ दिया। इसी के साथ अन्य संदिग्धों को पुलिस ने उठाया उनसे अभी भी पूछताछ जारी है। घटना के एक सप्ताह बाद भी पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी और हत्या की पहेली सुलझने की बजाय उलझती नजर आ रही है। थानाध्यक्ष बीडी तिवारी ने बताया कि जांच प्रक्रिया चल रही है।