धान की अच्छी पैदावार के लिए बीज शोधन जरूरी
भीटी (अंबेडकरनगर) धान की अच्छी पैदावार लेने के लिए शोधन न होने पर बीज का शत-प्रतिशत जमाव नहीं हो सकता। पौधों के रोग ग्रसित होने की संभावना रहती है। धान की खेती के लिए तकनीक खेत की तैयारी में जुटे किसानों को उन्नतिशील व प्रमाणित बीजों का चयन करना चाहिए। बीज शोधन के बाद नर्सरी डालने से अंकुरण अच्छा होता है।
भीटी (अंबेडकरनगर) : धान की अच्छी पैदावार लेने के लिए शोधन न होने पर बीज का शत-प्रतिशत जमाव नहीं हो सकता। पौधों के रोग ग्रसित होने की संभावना रहती है। धान की खेती के लिए तकनीक, खेत की तैयारी में जुटे किसानों को उन्नतिशील व प्रमाणित बीजों का चयन करना चाहिए। बीज शोधन के बाद नर्सरी डालने से अंकुरण अच्छा होता है। उक्त बातें कृषि विज्ञान केंद्र पांती के वैज्ञानिक डॉ. रामजीत व पादप वैज्ञानिक डॉ. प्रदीप कुमार व विद्यासागर ने किसान गोष्ठी में कहीं। कहा धान की नर्सरी डालने का सही समय मई माह के अंतिम सप्ताह से मध्य जून तक है। सुगंधित प्रजातियों के धान की नर्सरी के लिए जून का तीसरा सप्ताह उचित है। एक एकड़ क्षेत्रफल की रोपाई के लिए धान के अलग-अलग प्रजातियों के लिए मात्रा की भी जानकारी दी। नर्सरी से पहले बीज को 12 घंटे तक पानी में भिगोने के साथ कार्बेन्डाजिम या एग्रोसान या थीरम की दो ग्राम मात्रा प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित कर छायादार स्थान पर फैलाकर भीगे जूट की बोरियों से ढकना फायदेमंद होगा।