बाजार से गायब हुआ संतरा, बाकी फलों की हालत खराब
जिले में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद शहर से लेकर गांव तक लॉकडाउन को सख्त कर दिया गया है। इससे लोगों का घरों से बाहर निकलना कम हुआ है। लिहाजा व्यापारी फलों को बेचने में परेशान हैं। उधर फलों के सड़ने से नुकसान का डर सताने लगा है। इसकी भरपाई के लिए कीमतों में इजाफा हुआ है। इससे इतर फलों की आपूर्ति सुचारू नहीं होने से कीमतों में उछाल आया है.
अंबेडकरनगर : जिले में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद शहर से लेकर गांव तक लॉकडाउन को सख्त कर दिया गया है। इससे लोगों का घरों से बाहर निकलना कम हुआ है। लिहाजा व्यापारी फलों को बेचने में परेशान हैं। उधर फलों के सड़ने से नुकसान का डर सताने लगा है। इसकी भरपाई के लिए कीमतों में इजाफा हुआ है। इससे इतर फलों की आपूर्ति सुचारू नहीं होने से कीमतों में उछाल आया है। वहीं बाजार में निकलने वाले नाममात्र ग्राहक फलों की कीमत को लेकर हैरान हैं। विगत दिनों में 30 रुपये में बिकने वाला संतरा 70 रुपये पहुंचने के बाद बाजार से गायब हो गया है। बाकी फलों की हालत भी खराब है। हालांकि बाजार में नया फल लीची ने पैर जमाया है। यह 60 से 90 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है।
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-गुणवत्ता पर मौसम डालता असर : फलों को सुरक्षित रखने और बचने से लेकर दुकानदारों के अलावा बढ़ती कीमतें देखकर खरीदार पारेशान हैं। दुकानदार सालिकराम, विनायक, राजितराम बोले मौसम के मिजाज में लगातार उठापटक के बीच फलों की गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। अधिक धूप लगने से फल सूखने और सड़ने लगे हैं। ऐसे फलों को खरीदने से ग्राहक किनारा कस रहे हैं। खरीदार सौरभ कुमार, आरती, सुमित्र देवी, त्रिवेणी बोले मौसमी फलों में आम, खरबूजा, तरबूज, पपीता और केले की कीमतों में इजाफा हैरान कर रहा है।