आपदा से निपटने को किया मॉकड्रिल
अंबेडकरनगर : एनटीपीसी परियोजना में क्लोरीन गैस के रिसाव होने के दौरान इसे नियंत्रित करने
अंबेडकरनगर : एनटीपीसी परियोजना में क्लोरीन गैस के रिसाव होने के दौरान इसे नियंत्रित करने तथा बचाव को लेकर टांडा फायर ब्रिगेड एवं केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों ने संयुक्त प्री-ट्रीटमेंट प्लांट में मेगा मॉकड्रिल किया। एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक केएस राजीव ने बताया कि आपदा प्रबंधन नीति के अंतर्गत क्लोरीन गैस के रिसाव को नियंत्रित करने तथा इससे बचाव के लिए समय-समय पर मॉकड्रिल किए जाते हैं। इससे कर्मचारी अपने-अपने कार्य स्थलों पर कार्य निष्पादन के दौरान सतर्क रहेंगे। बताया कि मॉकड्रिल से सुरक्षा प्रणाली की जांच भी की जाती है।
परियोजना में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों द्वारा निश्चित अंतराल पर आग से बचाव एवं आतंकवादी हमलों से निपटने के लिए भी मॉकड्रिल किए जाते हैं। बताया हमारा उद्देश्य टांडा परियोजना को दुर्घटना शून्य बनाए रखने का है। मॉकड्रिल की शुरूआत परियोजना का सायरन बजाकर किया गया। अचानक सायरन के बजते ही सभी अधिकारी एवं कर्मचारी सकते में आ गए। इसके बाद सभी किसी अनहोनी की आशंका में अपने कार्य स्थलों से बाहर प्रशासनिक भवन एवं सेवा भवन के समक्ष नियत स्थल पर एकत्रित हो गए। इसके उपरांत सभी कर्मचारियों को मेगा मॉकड्रिल के बारे में बताया गया। एनटीपीसी के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं विभिन्न एजेंसियों में कार्यरत श्रमिकों की सहभागिता रही।