डेढ़ लाख की आबादी में 10 घंटे बिजली कटौती
शहर से गांव तक बिजली व्यवस्था बेपटरी है। शनिवार रात जैसे ही बारिश के साथ बिजली गुल हो गई।
अंबेडकरनगर: शहर से गांव तक बिजली व्यवस्था बेपटरी है। शनिवार रात जैसे ही बारिश के साथ तेज हवा चलनी शुरू हुई, डेढ़ लाख की आबादी में अंधेरा छा गया। विभिन्न क्षेत्रों में 12 घंटे से अधिक समय तक आपूर्ति ठप रही। अकबरपुर में मीरानपुर, शहजादपुर, शास्त्रीनगर, मिर्जापुर आदि मुहल्लों में काफी देर बाद बिजली बहाल हुई, लेकिन थोड़ी देर में ही फिर गायब हो गई। शनिवार सुबह तक बिजली नहीं आने से लोगों को जरूरी कामकाज निपटाने में काफी दिक्कतें झेलनी पड़ीं। करीब 10 बजे जैसे-तैसे आपूर्ति बहाल भी हुई तो लो वोल्टेज परेशान करता रहा। सबमर्सिबल पंप नहीं चले, एसी-कूलर भी ठप रहे। अधिशासी अभियंता वीके पटेल ने बताया कि बारिश के चलते रात में कुछ समय के लिए बिजली कटी थी, जिसे सुबह बहाल करा दिया गया।
महरुआ : पतौना फीडर के करौना गांव के निकट मुख्य लाइन पर पेड़ गिरने से तार टूट गया। इससे मध्य रात्रि से नसीरपुर और वेस्ट फीडर की आपूर्ति बाधित हो गई। उक्त फीडरों से करीब 40 गांवों को आपूर्ति दी जाती है। ऐसे में 60 हजार से अधिक की आबादी को रात अंधेरे में गुजारनी पड़ी। फाल्ट ठीक कराने के लिए उपभोक्ता बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को फोन मिलाते रहे, लेकिन किसी ने जवाब देना मुनासिब नहीं समझा। स्थानीय उपभोक्ता रामसिंह ने बताया कि दिन में केवल 10 घंटे ही बिजली मिलती है।
राजेसुलतानपुर: तेंदुआईकला उपकेंद्र के उपभोक्ताओं को भी समस्या झेलनी पड़ी। इस उपकेंद्र से करीब 60 गांवों के एक लाख से अधिक आबादी को बिजली की आपूर्ति दी जाती है। शनिवार शाम पांच बजे अचानक बिजली कट गई। उपभोक्ताओं ने जब इसका कारण जानने के लिए बिजली घर के नंबर पर फोन किया तो कर्मचारियों ने तकनीकी खराबी बताई। आपूर्ति रविवार शाम तक बहाल नहीं हो सकी थी।