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स्टीकर लगे फल, खुला पिसा मसाला व सरसों का तेल न करें प्रयोग : कृष्ण कुमार

करवा चौथ दीपावली सहित विभिन्न त्योहारों पर मिठाई पनीर और अन्य खाद्य पदार्थो को सतर्कता से ही प्रयोग करें।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Oct 2021 10:39 PM (IST)Updated: Wed, 20 Oct 2021 10:39 PM (IST)
स्टीकर लगे फल, खुला पिसा मसाला व सरसों का तेल न करें प्रयोग : कृष्ण कुमार
स्टीकर लगे फल, खुला पिसा मसाला व सरसों का तेल न करें प्रयोग : कृष्ण कुमार

अंबेडकरनगर: करवा चौथ, दीपावली सहित विभिन्न त्योहारों पर मिठाई, पनीर और अन्य खाद्य पदार्थो की मांग अचानक बढ़ जाती है। खाद्य सुरक्षा विभाग इनकी गुणवत्ता परखने के लिए निरंतर जांच अभियान चला रहा है। मिष्ठानों एवं खाद्य पदार्थों की शुद्धता जांचने एवं इससे संबंधित शिकायतों का निस्तारण करने के लिए बुधवार को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय मौजूद रहे। उन्होंने आमजन के सवालों का जवाब देते हुए खाद्य पदार्थो की बिक्री और शुद्धता की जांच करने के तरीके बताए। साथ ही गुणवत्ता खराब होने पर शिकायत करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि फलों पर लगे स्टीकर पूरी तरह से अवैध होते हैं, इसलिए इन्हें खरीदने से बचें। वहीं, मौसमी फल ही सेहत के लिए लाभकारी हैं, ऐसे में कोल्ड स्टोर में रखे फलों को न लें। साथ ही उन्होंने खुला पिसा मसाला और खुला सरसों का तेल खरीदने से बचने की सलाह दी। इस दौरान खाद्य पदार्थो की शुद्धता परखने और दुकानदारों से संबंधित प्रश्नों का बखूबी जवाब दिया।

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दीपावली पर मिलावटी मिठाई और खाद्य पदार्थों की बिक्री रोकने के लिए विभाग क्या कर रहा है, पनीर खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें?

उमेश कुमार मिश्रा, भुजगी। दो से तीन दिन में अभियान चलाया जाएगा। संदिग्ध दिखने पर नमूना लिया जाता है और जुर्माना भी लगाया जाता है। ग्राहकों को जागरूक करने के लिए भी कार्यक्रम होते हैं। पनीर खरीदते समय यह देखना है कि इसे ठीक तरह से दबाया गया है या नहीं। एक टुकड़ा खाने पर पता चल जाता है कि किस गुणवत्ता की पनीर है।

मिठाई और पनीर में अधिकांश मिलावट होती है, इसकी पहचान कैसे करें। बब्लू, आदमपुर तिदौली, कटेहरी। अत्यधिक रंगीन मिठाइयों से बचना चाहिए। चांदी वर्क वाली मिठाई में भी यदि वर्क शुद्ध नहीं है तो सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक है। पनीर में मिलावट नहीं होती है, इसमें सिर्फ पानी की मात्रा को बढ़ा देते हैं, जो गलत है।

फल विक्रेता बिना लाइसेंस के ही फलों की बिक्री करते हैं, इसकी शिकायत कहां करें। पवन कुमार गौतम, जयमलपुर, महरुआ। विभाग से लाइसेंस प्राप्त करने की प्रक्रिया पूरी तरह आनलाइन है। वहां आवेदन कर सकते हैं। कलेक्ट्रेट के 26 नंबर कमरे में खाद्य विभाग का दफ्तर है, वहां शिकायत कर सकते हैं।

फल खरीदते समय कौन सी सावधानी बरतें। राजेश तिवारी, जलालपुर।

जो फल अधिक चमकदार होता है, उसे न खरीदें। स्टीकर लगे फलों को भी न लें। विभाग अभियान चलाकर स्टीकर हटवाता है। क्योंकि स्टीकर बच्चों के लिए बहुत ही हानिकारक है।

सरसों का तेल खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें। विकास सिंह, ईश्वरपुर, सम्मनपुर।

सरसों का तेल कभी भी खुल नहीं खरीदना चाहिए, क्योंकि इसमें मिलावट की आशंका पूरी तरह प्रबल रहती है। पैकिग तिथि और इस्तेमाल करने की तिथि अवश्य देखें। इसके साथ ही पिसा मसाला भी खुला नहीं खरीदना चाहिए।

पनीर और दूध की गुणवत्ता की पहचान कैसे करें। नागेंद्र सिंह, बरियावन। शीशे पर दूध की दो-चार बूंदें छोड़ें। यदि वह लकीर छोड़ते हुए शीशे पर खिसकता है तो शुद्ध है। इसी तरह पनीर का एक टुकड़ा खाने से उसकी शुद्धता मालूम पड़ जाती है। पनीर में देखना है कि वह पूरी तरह से दबाया गया है कि नहीं। वजन बढ़ाने के चक्कर में दुकानदार कम दबाते हैं ताकि पानी सोखकर वजन बढ़ जाए।

जागरण के सवाल : अब किसी भी मिठाई की दुकान पर बनाने की तिथि और इस्तेमाल करने की तिथि नहीं लिखी जाती है। क्या नियम बदल गया।

मिठाइयों पर अब भी निर्माण और इस्तेमाल करने की तिथि लिखने का निर्देश है। अभियान के तहत इसकी भी जांच की जाएगी।

क्या पंजीयन एवं लाइसेंस सभी खाद्य पदार्थ निर्माता एवं व्यापारियों को बनवाना जरूरी है। हां, नमकीन, समोसा, फल विक्रेता आदि व्यापारियों को पंजीयन और लाइसेंस बनवाना जरूरी है। बिना लाइसेंस कोई भी व्यापारी कार्य करता हुआ पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बिल पर पंजीयन और लाइसेंस नंबर लिखने के लिए पहले एक अक्टूबर की तिथि निर्धारित थी, जिसे बढ़ाकर अब एक जनवरी कर दिया गया है।

मिठाई खरीदते समय मिलावट का अंदेशा हो तो क्या करें। सबसे पहले यह तय करें कि अत्यधिक रंगीन मिठाई न खरीदें। इसमें मिलावट की संभावना रहती है। इसे रोकने के लिए खाद्य विभाग के अधिकारियों के सीयूजी नंबर पर सीधे फोन करें। विभागीय टीम सैंपल लेकर जांच के लिए भेजेगी और दोषी मिलने पर कड़ी सजा मिलेगी।


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