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प्रकृति को समृद्ध करना वीरेंद्र की दिनचर्या

अंबेडकरनगर : पर्यावरण के प्रति लगाव और समाज को असाध्य रोगों से छुटकारा दिलाने की मुहि

By JagranEdited By: Published: Thu, 03 Jan 2019 09:35 PM (IST)Updated: Thu, 03 Jan 2019 09:35 PM (IST)
प्रकृति को समृद्ध करना वीरेंद्र की दिनचर्या
प्रकृति को समृद्ध करना वीरेंद्र की दिनचर्या

अंबेडकरनगर : पर्यावरण के प्रति लगाव और समाज को असाध्य रोगों से छुटकारा दिलाने की मुहिम विकासखंड बसखारी के कटया पहलवान निवासी वीरेंद्र प्रताप ¨सह की दिनचर्या में शामिल है। रोजाना नए पौधे रोपित करने के साथ ही पहले से रोपित पौधों की देखभाल करने में वह सुबह व शाम को वक्त देते हैं। पर्यावरण को सु²द्ध करने में सजगता ने उन्हें समाज में अलग स्थान दिया है। पढ़ाई के दिनों 1983 के दौरान समाजसेवा को वीरेंद्र ने अपना कर्मक्षेत्र चुना। क्षेत्रीय युवक मंगल दल के सदस्य के रूप में कार्य करते हुए तमाम समितियों के सदस्य एवं सलाहकार समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी का निर्वहन किया। साल 1999 में पर्यावरण समिति, आंतरिक कमेटी के सदस्य एवं फैजाबाद अंबेडकरनगर यूको क्लब को जीवंत रूप देने में अहम किरदार का निर्वहन किया। अपने लगभग 40 के जीवन में पर्यावरण प्रेम को जमीनी हकीकत में तब्दील करते हुए 50 हजार पौधे रोपित करने के लिए वितरित किया। इससे इतर लगभग तीन हजार पौध स्वयं लगाकर एक अलग कीर्तिमान स्थापित किया। समाज में सक्रिय रूप से लोगों को कुछ करने के लिए राष्ट्रीय पर्यावरण, प्रदूषण नियंत्रण, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण सम्मेलन जैसे ज्वलंत मुद्दों पर संगोष्ठियों का आयोजन करते हैं। वर्तमान में बायो मेडिकल वेस्ट पर्यावरण सलाहकार समिति, सतर्कता अनुश्रवण समिति स्वास्थ्य विभाग में सक्रिय योगदान देते हैं। स्वस्थ्य जीवन जीने के लिए पर्यावरण एवं पौधों से लगाव के लिए प्रेरित करते हुए वीरेंद्र प्रताप ¨सह जिला एवं मंडल स्तर पर भी विविध कार्यक्रम आयोजित करते और लोगों को प्रोत्साहित करते हैं।

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