तमगा इंग्लिश मीडियम का वहीं इंतजार किताबों का
अंबेडकरनगर : जलालपुर शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों को इंग्लिश मीडियम का दर्जा देने के
अंबेडकरनगर : जलालपुर शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों को इंग्लिश मीडियम का दर्जा देने के बाद शिक्षा विभाग यहां की व्यवस्था को भूल गया। इंग्लिश मीडियम का तमगा मिले छह माह होने को है और सुविधा और संसाधन पुरानी जैसी तो बदलाव केवल नाम बदलने तक ही सीमित है। अर्द्धवार्षिक परीक्षा सिर पर है और इंग्लिश मीडियम के छात्र और छात्राओं को किताब का इंतजार है। यह हाल तब है जब सरकार गुणवत्तायुक्त पढ़ाई की राह पर चलने का दावा कर रही है। इंग्लिश मीडियम स्कूल के रूप में चयनित प्राथमिक विद्यालय खजुरी करौंदी के निरीक्षण में संसाधन से लेकर शिक्षा व्यवस्था तक बेपटरी नजर आई, जो विभागीय अधिकारियों की घोर लापरवाही को उजागर कर रही है। विद्यालय में जहां प्रधानाध्यापक के साथ पांच सहायक अध्यापकों की तैनाती किया जाना अनिवार्य था, वहीं महज एक शिक्षक और एक शिक्षामित्र के सहारे कक्षा एक से पांच तक के नौनिहालों को कांवेंट की तर्ज पर शुरुआती दौर में ही अन्य विषयों के साथ अंग्रेजी विषय की शिक्षा कैसे दे रहे है यह अपने में यक्ष प्रश्न बन चुका है। इंग्लिश मीडियम का दर्जा मिलने के बाद अभिभावकों को लगा कि उनके नौनिहालों को एक बेहतर शैक्षिक वातावरण में कांवेंट की तर्ज पर नि:शुल्क शिक्षा हासिल होगी और बेहतर भविष्य बनेगा। शायद यही वजह रही होगी कि वर्तमान शिक्षण सत्र में कुल 72 नौनिहालों का प्रवेश हुआ और विद्यालय की कुल छात्र संख्या 182 तक पहुंची। बावजूद इसके जिम्मेदारों ने संसाधन को कौन कहे शिक्षक की तैनाती से ही मुंह मोड़ लिया। बच्चों को इंग्लिश मीडियम की किताबें तक मुहैया न हो सकी। ऐसे में नौनिहाल वास्तविक शिक्षा से वंचित दिख रहे है और अभिभावकों के अरमान भी टूट रहे हैं। अध्ययनरत नौनिहालों को हवा लगे, कमरे रोशन रहे। इसके लिए बिजली भी नहीं है। इतना ही नहीं बच्चे जमीन पर बैठ पढ़ने को विवश है। विभागीय जिम्मेदारों का रवैया सरकार की महत्वाकांक्षी सोच पर पानी फेर रहा है। खंड शिक्षाधिकारी कमल प्रकाश से इस संबंध में बात करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ रहा।
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व्यवस्था में निरंतर सुधार किया जा रहा है। शिक्षकों की भर्ती हो रही है। जहां कमी होगी वहां उनकी तैनाती की जाएगी। इंग्लिश मीडियम स्कूलों में हरसंभव सुविधा मुहैया कराई जाएगी। -अतुल कुमार ¨सह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी