अष्टभुजा माता कुष्मांडा की पूजा कर मांगी कोरोना से मुक्ति
अंबेडकरनगर मां भगवती वासंतिक नवरात्र पर नौ स्वरूपों में भक्तों की रक्षा के लिए हर घर में विराजमान हैं। श्रद्धालु विश्व कल्याण की भावना से ओतप्रोत मानव जीवन की रक्षा के लिए करबद्ध प्रार्थना कर रहे हैं। विविध अनुष्ठान के जरिए माता रानी का पूजन-अर्चन कर लोग कोरोना वायरस का नाश करने का अनुनय कर रहे हैं।
अंबेडकरनगर : मां भगवती वासंतिक नवरात्र पर नौ स्वरूपों में भक्तों की रक्षा के लिए हर घर में विराजमान हैं। श्रद्धालु विश्व कल्याण की भावना से ओतप्रोत मानव जीवन की रक्षा के लिए करबद्ध प्रार्थना कर रहे हैं। विविध अनुष्ठान के जरिए माता रानी का पूजन-अर्चन कर लोग कोरोना वायरस का नाश करने का अनुनय कर रहे हैं। नवरात्र के चौथे दिन अष्टभुजा माता कुष्मांडा की घरों में आराधना हुई। मानव जीवन पर आई मुसीबत से मुक्ति दिलाने तथा जाने-अनजाने हुई गलतियों के लिए मांफी मांग रहे हैं। मान्यता है माता कुष्मांडा ने अपनी हल्की हंसी से ब्रह्मांड को उत्पन्न किया था। इनकी आठ भुजाएं हैं। मां कूष्मांडा की पूजा से सूर्य के कुप्रभावों से बचा जा सकता है। घरों में कलश स्थापित कर भक्तजन माता रानी से पूजन स्वीकार करने तथा आपदाओं-विपदाओं से रक्षा करने और जीवों को कोरोना वायरस से बचाने की गुहार लगा रहे हैं। इस दौरान श्रद्धालुओं ने प्रत्येक व्यक्ति से दूरी बनाए रखने को लेकर सरकार की अपील का पूरा पालन सुनिश्चित किया। घर परिवार के लोग ही माता का पूजन कर रहें हैं। श्रद्धालुओं का मानना है, नौ दिनों के अनुष्ठान में मां अवश्य ही मानव जीवन की इस महामारी से रक्षा करेंगी।