महामारी की मुसीबत में दोगुने किराए की पड़ रही मार
दस किलोमीटर की दूरी का किराया 30 रुपये तक वसूल जा रहा है। सार्वजनिक परिवहन सुविधा नहीं होने से ऑटो चालक मनमानी कर रहे हैं।
अंबेडकरनगर : टैक्सी चालक मनमानी पर उतारू हैं। सवारियां ढोने के दौरान कोविड-19 के नियमों के पालन की बात तो दूर, सभी मार्गों पर दोगुना तक किराया वसूल किया जा रहा है। दस किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए 30 रुपये तक किराया वसूला जा रहा है। कमोबेश, जिले में सभी मार्गों पर यही हाल है।
कोरोना महामारी के चलते परिवहन सेवाएं सीमित हैं। ऐसे में गरीब और मध्यम वर्गीय तबका संक्रमण का खतरा मोल लेकर टैक्सी और प्राइवेट बसों आदि से सफर कर रहा है। आजमगढ़ और अयोध्या मार्ग को छोड़कर आलापुर, टांडा, जलालपुर, भीटी तहसीलों के लिए टैक्सी ही एकमात्र सहारा है। सवारियों की इस बाढ़ को देखते हुए वाहन स्वामियों ने लॉकडाउन का घाटा पूरा करने के लिए किराया दो गुना तक बढ़ा दिया है।
जिला मुख्यालय अकबरपुर से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित शिवबाबा जाने के लिए टैक्सी वाले 15 रुपये किराया वसूल रहे हैं, जबकि लॉकडाउन से पहले यहां का किराया आठ रुपये लिया जा रहा था। इसी तरह अकबरपुर से छह किलोमीटर दूर अन्नावा के लिए 20 रुपये और अकबरपुर से ही 11 किलोमीटर दूर बसे कटेहरी के लिए 30 रुपये किराया वसूला जा रहा है। जबकि पांच महीने पहले अन्नावा के लिए 10 और कटेहरी के लिए 15 रुपये लिया जा रहा था।
टैक्सी चालक अनिल, अजय पांडेय, वुल्ला और प्रशांत वर्मा आदि ने बताया कि वाहन मालिकों की तरफ से ज्यादा से ज्यादा किराया वसूलने का दबाव है, जिससे लॉकडाउन के दौरान हुए घाटे की भरपाई की जा सके। चालकों ने बताया कि मालीपुर, टांडा, बसखारी और दोस्तपुर मार्गों पर भी किराए में बढ़ोतरी की गई है। निजी बस चालक भी इसमें पीछे नहीं हैं। पांच महीने पहले अकबरपुर से फैजाबाद तक का जहां 50 रुपये किराया लिया जा रहा था वहीं अब 70 रुपये वसूला जा रहा है। इसी तरह अकबरपुर से टांडा जाने के लिए 20 की जगह अब 30 रुपये लिया जा रहा है। इससे लोगों को काफी दुश्वारियां पेश आ रही हैं लेकिन अधिकारी इस समस्या से आंख मूंदे हुए हैं।
एआरटीओ, अखिलेश द्विवेदी ने बताया कि परिवहन निगम की दरों के अनुसार ही उचित किराया टैक्सी या ठेका वाहनों को लेना चाहिए। मनमानी करने वालों के खिलाफ प्रवर्तन अभियान में दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।