यूनिक आइडी से पहचाने जाएंगे दिव्यांग
बस और ट्रेनों में स्मार्ट कार्ड दिखाने पर निश्शुल्क यात्रा की छूट मिलेगी। अब तक 2828 दिव्यांगों को आइडी कार्ड जारी किया जा चुका है।
अंबेडकरनगर : दिव्यांगों के कल्याण के लिए यूनिक आइडी कार्ड बनाने का कार्य फिर तेजी पकड़ रहा है। इस कार्ड में उनका पूरा ब्योरा दर्ज रहता है, जिससे वह योजनाओं का लाभ आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही कार्यालयों के चक्कर काटने से उन्हें छुटकारा मिल जाता है।
दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की ओर से जारी प्रमाण-पत्र पर अब तक दिव्यांगों और उनके एक सहयोगी को बस और ट्रेन के माध्यम से आवागमन की निश्शुल्क सुविधा उपलब्ध थी। लेकिन, सरकार ने कुछ दिनों पहले यह सहूलियत खत्म कर दी और इसके लिए यूनिक आइडी कार्ड अनिवार्य कर दिया। ऐसे में जिले के हजारों दिव्यांग मुफ्त यात्रा की सुविधा से वंचित हो गए। हालांकि अब विभाग सभी दिव्यांगों के आइडी कार्ड बनवाने की तैयारी में है।
इसके लिए दिव्यांग पेंशन का लाभ पा रहे लाभार्थियों को अपने समस्त प्रमाण-पत्रों के साथ किसी भी जनसेवा केंद्र से ऑनलाइन आवेदन करना होगा। सीएमओ दफ्तर से जांच के बाद यह आवेदन आगे बढ़ाया जाएगा। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि यूनिक आइडी कार्ड जारी होने में करीब चार से पांच माह का वक्त लग जाता है। इसलिए सुविधाओं को जारी रखने के लिए दिव्यांगजन जल्द से जल्द आवेदन कर दें।
मौजूदा समय में करीब 15 हजार दिव्यांगों को विभाग पेंशन दे रहा है। इनमें से 2828 दिव्यांगों को यूनिक आइडी कार्ड जारी किया जा चुका है। कार्ड को घरों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी शासन द्वारा नामित संस्था को सौंपी गई है।
दिव्यांग सशक्तीकरण अधिकारी शशांक सिंह ने बताया कि दिव्यांगों के स्मार्ट कार्ड बनाए जा रहे हैं। कोरोना के चलते इसमें कुछ बाधा उत्पन्न हुई है। अब संबंधित अधिकारियों को इसे बनाने में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।
दिव्यांगों ने धरना देकर ज्ञान सौंपा : राष्ट्रीय विकलांग पार्टी ने दिव्यांगों का उत्पीड़न किए जाने का आरोप लगाया है। सोमवार को कलेक्ट्रेट के निकट दिव्यांगों ने धरना देकर अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। जिला उपाध्यक्ष वीर बहादुर ने बताया कि हमीरपुर जिले में कार्यरत लीगल कम प्रोवेसन अधिकारी दिव्यांग आरती सिंह के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करवाकर नौकरी से हटाने की साजिश रची गई। धरने में सचिव विजय कुमार सिंह, कृष्ण कुमार, लवकुश, राजू वर्मा, खुशबू शर्मा, सुनील कुमार, विजय बहादुर व चंद्रेश आदि शामिल रहे।