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बेड, वार्ड की संख्या बढ़ाने के साथ केंद्रों पर पहुंचा चार-चार कंसंट्रेटर

निगरानी समिति फिर हुई सक्रिय गैर प्रांतों से आने वालों पर नजर

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Aug 2021 12:04 AM (IST)Updated: Thu, 05 Aug 2021 12:26 AM (IST)
बेड, वार्ड की संख्या बढ़ाने के साथ केंद्रों पर पहुंचा चार-चार कंसंट्रेटर
बेड, वार्ड की संख्या बढ़ाने के साथ केंद्रों पर पहुंचा चार-चार कंसंट्रेटर

अंबेडकरनगर: कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से बच्चों के साथ सभी को बचाने के लिए विभाग तैयारियों में जुटा है। खासकर इसकी दूसरी लहर में हुई चूक से सबक लेते हुए स्वास्थ्य महकमा इसे दूर करने में पूरी ताकत झोंक दिया है। आक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है। सीएचसी-पीएचसी पर आक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे गए हैं। चिकित्सकों को भी प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि कोई कमी न रह जाए।

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वर्तमान में आशा और एएनएम ग्रामीण स्तर पर महिलाओं व बच्चों को संक्रमण से बचने के उपाय बता रहीं हैं। गैर प्रांतों से आने वालों की स्क्रीनिग के लिए एक बार फिर निगरानी समितियों को सक्रिय किया गया है। इसकी रिपोर्ट रोजाना सीएमओ कार्यालय को प्रेषित की जाएगी। अस्पतालों में दवाएं और सर्जिकल सामानों की मांग की गई है, धीरे-धीरे आपूर्ति भी हो रही है।

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दूसरे प्रदेशों से आने वालों की स्क्रीनिग: संक्रमण से दूर रहने के लिए बचाव का पूरा प्रयास किया जा रहा है। बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन पर स्क्रीनिग की व्यवस्था की गई है। गांवों में दूसरे प्रदेशों से आने वाले और यहां से जाने वालों का ब्योरा निगरानी समिति एकत्र करेगी। संक्रमित मिलने पर तत्काल भर्ती कर इलाज किया जाएगा।

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अगस्त तक जलालपुर सीएचसी में संचालित होगा आक्सीजन प्लांट: जिला चिकित्सालय, मेडिकल कालेज, टांडा में आक्सीजन प्लांट संचालित होने के बाद अगस्त के अंतिम सप्ताह तक सीएचसी जलालपुर में भी प्लांट संचालित हो जाएगा। सीएमएस डा. ओमप्रकाश ने बताया कि अस्पताल में लगे प्लांट की क्षमता बढ़ाने की मांग की गई है। पिछली बार आक्सीजन और बेड के लिए मरीजों एवं तीमारदारों को काफी परेशानी हुई थी, इस बार इसे दूर किया जा रहा है।

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सभी केंद्रों पर पहुंचे चार-चार कंसंट्रेटर : सीएमओ डा. श्रीकांत शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों पर आक्सीजन की कमी न हो, इसलिए सभी सीएचसी और आठ पीएचसी पर चार-चार आक्सीजन कंसंट्रेटर भेज दिए गए हैं। इसकी क्षमता अलग-अलग है। बेड और आक्सीजन सिलिडर भी भेजे जा रहे हैं। बेड व अन्य सर्जिकल सामानों की आपूर्ति की जा रही है। रोजाना इसकी समीक्षा भी की जाती है


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