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सुपोषण में वरदान बना पोषण पुनर्वास केंद्र

अंबेडकरनगर : सुपोषण अभियान के तहत कुपोषण को भगाने की जंग में पोषण पुनर्वास केंद्र वरदान

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Sep 2018 09:57 PM (IST)Updated: Tue, 04 Sep 2018 09:57 PM (IST)
सुपोषण में वरदान बना पोषण पुनर्वास केंद्र
सुपोषण में वरदान बना पोषण पुनर्वास केंद्र

अंबेडकरनगर : सुपोषण अभियान के तहत कुपोषण को भगाने की जंग में पोषण पुनर्वास केंद्र वरदान साबित होने लगा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला अस्पताल में दस बेडों के वार्ड को कुपोषण से लड़ने के लिए तैयार किया है। यहां जनपद स्तर पर कुपोषित तथा अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित करते हुए यहां भर्ती कराया जाता है। इसकी कमान बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के साथ ही स्वास्थ्य विभाग संभालता है। अभी तक सैकड़ों बच्चों को यहां कुपोषण से मुक्त कर सेहतमंद बनाया गया है। पोषण पुनर्वास केंद्र पर तैनात डायटिशियन गीतांजलि यादव ने बताया कि कुपोषित बच्चों की पहले माप ली जाती है उसके हिसाब से यदि वजन कम है तो ठीक वजन के सापेक्ष तय मानक पर कैलोरीयुक्त भोजन प्रदान किया जाता है। इसमें दूध, चीनी लइया आदि शामिल है। उन्होंने बताया कि केंद्र पर प्रतिमाह 17 से 20 बच्चे भर्ती किए जाते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में कुपोषण की संख्या अधिक है। ऐसे बच्चों को जिला चिकित्सालय के पोषण पुनर्वास केंद्र पर लाया जाता है। जहां पर 14 दिन भर्ती के दौरान चिकित्सीय देखरेख के अलावा डायटिशियन के मुताबिक पौष्टिक आहार प्रदान किया जाता है। बच्चों की माताओं को भी आहार प्रदान किया जाता है। जिला कार्यक्रम अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि केंद्रों पर तीन से छह वर्ष तक के बच्चों को 50 ग्राम प्रतिदिन दलिया दिया जाता है। इसमें नमकीन व मीठी दलिया शामिल है। इसके अतिरिक्त सप्ताहभर के लिए शासन द्वारा मैन्यू तय किया गया है। बताया कि अभी तक पोषण पुनर्वास केंद्र पर करीब 1150 बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र भेजा गया है। यहां जांचोपरांत 360 बच्चों को भर्ती कर उपचार के बाद सेहतमंद बनाया जा चुका है।

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-कुपोषण के खिलाफ जारी जंग-

अंबेडकरनगर : कुपोषण पर नकल कसने तथा बच्चों तथा महिलाओं को सेहतमंद बनाने के लिए जनपद में 2548 आंगनबाड़ी केंद्र पहरेदार बनी हैं। कुपोषण को दूर करने के लिए स्वास्थ्य योजनाएं को धरातल पर उतारने की कमान डीएम के नेतृत्व में जिला स्तरीय अधिकारियों ने संभाली है। बच्चों की सेहत संवारने के साथ ही गांवों को कुपोषण मुक्त बनाने के विशेष अभियान में अफसरों ने एक-एक गांवों गोद भी लिए हैं। ताजा आंकड़ों में देखा जाए जिले की करीब 24 लाख आबादी के सापेक्ष यहां संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर दो लाख 73 हजार 116 बच्चे पंजीकृत हैं।इसमें 22 हजार 250 अति कुपोषण का शिकार हैं। जबकि 48 हजार 982 कुपोषित बच्चे चिन्हित हैं।

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-स्वास्थ्य केंद्रों पर सुपोषण मेला आज-

अंबेडकरनगर : सुपोषण अभियान को गति देने के लिए बुधवार को जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर सुपोषण मेले का आयोजन किया जाएगा। इसमें छह विभाग शिविर लगाकर जनमानस को सेहतमंद रहने के प्रति जागरूक करेंगे। इसमें बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के अलावा पंचायतीराज विभाग, खाद्य एवं रसद विभाग, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग और जिला ग्राम्य विभाग शामिल होगा।


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