नवजात शिशुओं की देखभाल में हुए दक्ष
अंबेडकरनगर : आशाओं प्रशिक्षण लेकर क्षेत्र में इसका उपयोग करने के साथ ही महिलाओं को
अंबेडकरनगर : आशाओं प्रशिक्षण लेकर क्षेत्र में इसका उपयोग करने के साथ ही महिलाओं को इसके बारे में जानकारी देनी चाहिए। एएनएम सेंटर व स्वास्थ्य केंद्रों पर पैदा होने वाले नवजात शिशुओं की तत्काल जांच करें, यदि कोई समस्या हो तो तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें। उक्त बातें मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अशोक कुमार ने रविवार को कार्यालय के सभागार में संचालित पांच दिवसीय आशा प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित आशा, एएनएम व स्टाफ नर्स ही प्रसव कक्ष में तैनात रहेंगी और इस दौरान चिकित्सक को भी जानकारी होना आवश्यक है। प्रशिक्षक भगेलूराम ने नवजात शिशु में खतरे के संकेत, नवजात शिशुओं को लाने और लेकर जाने तथा इंजेक्शन लगाने आदि विषयों पर जानकारी दी। बताया कि आशा की जिम्मेदारी है कि प्रसव केवल सरकारी व सुरक्षित स्थानों पर कराया जाए। इससे शिशु मृत्य़ु दर में काफी कमी आ सकती है। निजी संस्थानों पर अप्रशिक्षित लोगों द्वारा प्रसव कराया जाता है। इससे माता एवं शिशु को खतरा की आशंका बनी रहती है। इस दौरान प्रीतम विक्रम, डॉ. रामजीत यादव के अलावा जलालपुर तथा जहांगीरगंज की आशा शामिल रहीं।