अस्ताचलगामी सूर्य को छठव्रती महिलाओं ने दिया अर्घ्य
अंबेडकरनगर : कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से प्रारंभ हुए छठ पर्व के तीसरे दिन खरना के बाद
अंबेडकरनगर : कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से प्रारंभ हुए छठ पर्व के तीसरे दिन खरना के बाद व्रती महिलाओं ने नगर के तमसा नदी के किनारे भीड़ के साथ तट पर पहुंच कर अस्ताचल हो रहे भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। इस बीच वहां पर मेला जैसा ²श्य रहा। कई स्थानों पर लोग भांगड़े की धुन पर नृत्य भी कर रहे थे। दतना ही नहीं इस बीच लोग अपने मोबाइल से इस मनोरम ²श्य को कैद करने का प्रयास तो कर ही रहे थे कि सेल्फी का दौर भी खूब चला। महिलाएं नदी के पानी में जाकर अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य दे रही थी। कई छठव्रती सूप में फल के साथ विभिन्न पूजा सामाग्री को लेकर भगवान सूर्य से मनोकामना पूर्ण करने की अर्जी लगा रही थीं। नगर की महिलाओं के साथ नगर पालिका अध्यक्ष सरिता गुप्ता भी इस दौरान मौजूद रहीं। इस पर्व में किसी को कोई दिक्कत न हो इसका प्रबंध नगर पालिका द्वारा की गई थी। बुधवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही इस महापर्व का समापन होगा। इसके लिए भी तैयारी तेज हो गई है। बुधवार की सुबह सूर्य के उगने से पूर्व व्रती महिलाएं पुन: उसी स्थान पर पहुंचकर अर्घ्य देकर छठ माता का पर्व का समापन करेंगी। टांडा : निर्जला व्रत धारण कर पुत्र व पति के दीर्घायु होने की कामनाओं को लेकर डाला छठ के अवसर पर सुहागिनों ने सरयू नदी के हनुमान गढ़ी तट पर डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। पुत्र और पति के दीर्घायु होने की कामनाओं को लेकर चौबीस घंटे पूर्व से निर्जला व्रत कर महिलाएं अपने पुत्र व पति के साथ ढ़ोल तासे की थाप के साथ पूजा की टोकरी में फल पूजा आदि सामग्री को लेकर नगर के हनुमान गढ़ी सरयू नदी के तट पर पहुंची। गन्ने को सरयू जल में खड़ा कर करके व्रती महिलाएं पुत्र व पति के साथ पश्चिम की ओर मुंह करके सूर्य देव को डूबते हुए सुहागिनों ने सूर्य देव को अर्घ्य दिया। इस अवसर पर तट पर सैकड़ों महिलाएं, पुरुष, बच्चे उपस्थित रहे।