सावधान! मदद के नाम पर आप हो सकते हैं ठगी का शिकार
फेसबुक आइडी हैक कर साइबर ठग चूना लगा रहे। आठ माह में पांच सौ से ज्यादा शिकायतें आ चुकी हैं।
रणविजय यादव, अंबेडकरनगर
संकट में होने का हवाला देकर आपका कोई मित्र फेसबुक पर आपसे पैसे की मांग करता है तो सावधान हो जाइए। मदद मांगने वाला धोखेबाज हो सकता है और आपको विश्वास में लेकर लंबा चूना लगा सकता है। इन दिनों सोशल मीडिया पर नकली आइडी बनाकर लोगों से इस तरह की खूब ठगी की जा रही है। पिछले आठ महीनों में इस तरह की पांच सौ से अधिक शिकायतें साइबर सेल को मिली हैं। सोशल साइट अकाउंट हैक कर ठगी करने वालों तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच सके हैं।
क्लोन बना ठगी को देते हैं अंजाम : साइबर अपराधी फेसबुक यूजर का अकाउंट हैक कर हूबहू वैसा ही अकाउंट बना लेते हैं। इसके बाद उनके परिचितों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं। रिक्वेस्ट स्वीकार करने के बाद ठग फेसबुक मैसेंजर से संदेश भेजकर मुसीबत में होने का हवाला देकर पेटीएम या गूगल एप या अन्य माध्यम से रुपये की मदद मांगते हैं। कई लोग परिचितों को मुसीबत में जान रुपये भेज देते हैं। जिले में ऐसे सैकड़ों लोग साइबर अपराधियों के शिकार हो चुके हैं।
केस एक : शहजादपुर निवासी अनिल मिश्र की 26 अप्रैल को साइबर ठगों ने फेसबुक आइडी हैक कर ली। ठग उनके सुलतानपुर के मित्र आनंद दुबे से बीमारी का बहाना बनाकर पैसे की मांग करने लगा। पीड़ित ने तत्काल इसकी शिकायत अकबरपुर कोतवाली में की थी।
केस दो : नगर के मीरानपुर निवासी वरिष्ठ भाजपा नेता सुधांशू त्रिपाठी की गत 27 जून को फेसबुक की आइडी हैक कर उनके जानने वालों से पैसे मांगे गए। साइबर अपराधियों द्वारा ठगी की जाने की सूचना उनको एक मित्र ने फोन पर दी। उनके एक मित्र ने अपने पेटीएम से फ्राड के खाते में पैसे भी भेज दिए थे। इसकी लिखित शिकायत अकबरपुर कोतवाली में की गई थी।
एसओजी प्रभारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि जनपद में अभी साइबर सेल का गठन नहीं है। यहां आने वाली शिकायतों को संबंधित थानों को भेज मुकदमा दर्ज कराया जाता है। फेसबुक एवं अन्य सोशल साइटों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। जल्द ही अपराधी पुलिस के शिकंजे में होंगे।