बसपा नेता का शव पहुंचा पैतृक गांव, मचा कोहराम
पत्नी के साथ निजी वाहन से बाराबंकी जिले के दरियापुर अपनी ससुराल मुंडन संस्कार में शामिल होने गए थे।
अंबेडकरनगर : पूर्व जिपं अध्यक्ष सुधा वर्मा के पति तथा बसपा नेता अशोक कुमार वर्मा की सुबह अयोध्या जिले में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। अपराह्न शव पहुंचने पर उनके गांव व परिवार में कोहराम मच गया। सूचना से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
सोमवार को वह अपनी पत्नी सुधा वर्मा के साथ निजी वाहन से बाराबंकी जिले के दरियापुर अपनी ससुराल मुंडन संस्कार में शामिल होने गए थे। वहां से सुबह पत्नी के साथ वापस घर लौट रहे थे। मवई बाजार के निकट पानी लेने के लिए गाड़ी से उतरकर खड़े थे। इसी बीच पीछे से आ रहे डीसीएम ने उन्हें टक्कर मार दी। घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। शाम को शव उनके पैतृक गांव दिलावलपुर पहुंचा तो कोहराम मच गया। भीटी बाजार स्थित उनके निजी कालेज चौधरी भगवती प्रसाद इंटर कालेज प्रांगण में सैकड़ों क्षेत्रवासियों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया। लोगों ने उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी। अशोक कुमार वर्मा पेशे से अधिवक्ता थे। जिले की राजनीति में उनका नाम पहली बार उस समय आया, जब उनकी पत्नी सुधा वर्मा वर्ष 2005 में जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित हुईं। इसके बाद कांग्रेस व सपा में अपना राजनीतिक भविष्य आजमाते हुए पांच वर्ष पहले पुन: वह बसपा में शामिल हो गए। वह अपने पीछे पत्नी व दो पुत्र छोड़ गए। कटेहरी विधायक लालजी वर्मा, पूर्व मंत्री धर्मराज निषाद, पूर्व एमएलसी अजय कुमार उर्फ विशाल वर्मा, अंकुर मांझी, राजदेव कनौजिया, व्यापार मंडल अध्यक्ष जगराम साहू आदि ने पहुंचकर परिवारीजनों को ढांढ़स बंधाया।