मनमानी से सुस्त पड़ी निगरानी
यातायात नियम तोड़ने वालों में कानून का डर नहीं रहा। जिला मुख्यालय की सड़कों पर बेधड़क भर फर्राटा भर रहे।
अंबेडकरनगर : जिला मुख्यालय की सड़कों पर सुबह से शाम तक यातायात नियमों की धज्जियां उड़ती रहीं और निगहबान सुस्त पड़े रहे। इतना ही नहीं कानून के रखवाले ही यातायात नियमों को तोड़ते दिखे। ऐसे में आमजन को नियमों और कानून के अनुपालन के प्रति बाध्य और प्रेरित करना कठिन नजर आता है। कुल मिलाकर सड़क सुरक्षा सप्ताह की कवायद महज अभियान पूरा करने तक सीमित रह गई है।
पुरानी तहसील तिराहे से लेकर अकबरपुर बस अड्डे, पटेल नगर तिराहे समेत टांडा और बसखारी मार्ग के अलावा शहर के हृदय स्थल शहजादपुर, अयोध्या मार्ग, मालीपुर व जलालपुर आदि प्रमुख मार्गों से शहर में दाखिल होने वालों को यहां मुस्तैद पुलिस और परिवहन अधिकारियों का डर नहीं है। बिना सीट बेल्ट व हेलमेट के बेखौफ सड़क पर यह फर्राटा भरते दिखे। क्षमता से अधिक सवारी बैठाने से भी गुरेज नहीं किया। दरअसल, कानून के रखवाले खुद यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते दिखे। वहीं, निगरानी में तैनात यातायात व सिविल पुलिस और होमगार्ड के जवान तिराहों व चौराहों पर बुत बने रहे।
चाय की दुकान पर दिनभर जमे रहने वाले ये जिम्मेदार जाम लगते ही सड़क पर आ जाते हैं। फिर फुटपाथ स्थित ठिकाने पर लौट जाते हैं। यातायात निरीक्षक विजय तिवारी ने बताया कि यातायात नियमों की अनदेखी करने वालों पर नियमित कार्रवाई होती है। यातायात सुचारू रहे, इसे प्राथमिकता पर रखा जाता है।
चालकों को सिखाया सबक : शनिवार को अकबरपुर बस डिपो परिसर में चालकों तथा परिचालकों को सुरक्षित सफर का सबक सिखाया गया। सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें सड़क सुरक्षा नियमों तथा सुरक्षित वाहन संचालन के संबंध में जानकारी दी गई। पीटीओ विवेक सिंह, डीबीए विनय कुमार पांडेय, एआरएम कमाल अहमद, एसएन मिश्र ने प्रशिक्षित किया।