महज किताबी ज्ञान से पूरी नहीं होती पढ़ाई :लालजी
अंबेडकरनगर : मनुष्य के सामाजिक जीवन में संस्कार और चरित्र सबसे महत्वपूर्ण है। बच्चों में चि
अंबेडकरनगर : मनुष्य के सामाजिक जीवन में संस्कार और चरित्र सबसे महत्वपूर्ण है। बच्चों में चरित्र और संस्कार का निर्माण विद्यालयों द्वारा किया जाता है। ऐसे में जरूरी है कि शिक्षक ज्ञान के साथ बच्चों को संस्कार व चरित्रवान बनाएं। उक्त बातें क्षेत्रीय विधायक व पूर्व मंत्री लालजी वर्मा ने कही। वह भीटी तहसील क्षेत्र के खजुरी बाजार स्थित फागू राम राम बरन मेमोरियल स्कूल के वार्षिकोत्सव को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महज किताबी ज्ञान से बच्चों की शिक्षा पूर्ण नहीं होती। सकारात्मक जीवन के लिए उन्हें सामाजिक सरोकारों तथा व्यवहारिक ज्ञान की आवश्यकता होती है। उन्होंने शिक्षा के उत्तरोत्तर विकास पर आगे बढ़ते रहने का आह्वान किया। भीटी ब्लॉक प्रमुख शिवप्रसाद यादव विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम की शुरुआत विशिष्ट अतिथि ने सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण से किया। विद्यालय प्रबंधक सुभाष वर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। छात्र-छात्राओं ने स्वागत गीत, सरस्वती वंदना, नाटक आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। राम शिरोमणि वर्मा, प्रधानाचार्य अशोक कुमार तिवारी, पूर्व प्रधान मालती मौर्या, ग्राम प्रधान सुभाष वर्मा, उमाशंकर ¨सह आदि उपस्थित थे।