Ambedkarnagar News: माता रानी के स्वागत में फूलों से सजा प्यारा दरबार, भक्तजनों ने लगाया वाटरप्रूफ पंडाल
मां आदिशक्ति की विशेष आराधना सोमवार से महानवमी 4 अक्टूबर तक चलेगी। इसकी तैयारियों में श्रद्धालु जुट गए हैं। मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के मंदिरों एवं पंडालों के निर्माण कार्य तेज हो गए हैं। बारिश के मौसम को देखते हुए भक्तजन मातारानी के लिए वाटरप्रूफ पंडाल बना रहे हैं।
अंबेडकरनगर, जागरण संवाददाता। माता भगवती के विभिन्न स्वरूपों की पूजा अर्चना के लिए कलश स्थापना कर सोमवार से शारदीय नवरात्र प्रारंभ का उल्लास परवान चढ़ेगा। अबकी मां भगवती हाथी पर सवार होकर आएंगी व प्रस्थान भी हाथी की सवारी से ही है।
मां आदिशक्ति की विशेष आराधना सोमवार से महानवमी चार अक्टूबर तक चलेगी। इसकी तैयारियों में श्रद्धालु जुट गए हैं। मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न देवी मंदिरों एवं पंडालों के निर्माण कार्य तेज हो गए हैं। बारिश के मौसम को देखते हुए भक्तजन मातारानी के लिए वाटरप्रूफ पंडाल बना रहे हैं। यहां श्रद्धालुओं की सुविधा और दर्शन करने में कोई कठिनाई नहीं आने पाए पूरा ख्याल रखा जाएगा।
लाल चुनरी और कलश से सजे बाजार
माता रानी के श्रृंगार और स्वागत के लिए बाजार लाल चुनरी आदि से सज गए हैं। रविवार को बस स्टेशन, शहजादपुर, मालीपुर रोड आदि बाजारों में कलश, पूजा सामग्री, फल-फूल, नारियल-चुनरी आदि खरीदने के लिए भक्तजनों की भीड़ दुकानों पर देखी गई। सुबह पहली किरण के साथ मंदिरों पर भी खासी भीड़ लगेगी। इसके लिए प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा का इंतजाम पुख्ता किया है। देवी गीत से वातावरण गुंजायमन होगा।
पंडाल की ओर चली मां दुर्गा की मूर्तियां
जयकारे के साथ माता दुर्गा की मूर्तियां पंडालों में पहुंचने लगी है। मूर्ति कारीगरों से मां भगवती की मूर्तियां पंडालों में स्थापित करने के लिए तेजी से अंतिम रूप देने लगे हैं। मंदिरों का रंगरोगन कर झालरों से सजाया जा रहा है। दोस्तपुर रोड स्थित मां काली मंदिर, नगर पालिका के बगल मां दुर्गा मंदिर, शिवाला घाट स्थित मंदिर सहित अन्य को चमकाया गया है।
इसके साथ नगर के शहजादपुर में संघतिया नाका, लोहिया चौक, फव्वारा तिराहा, एचडीफसी बैंक के सामने, मालीपुर रोड, पहितीपुर रोड, पुरानी तहसील, बस स्टेशन, ब्लाक कार्यालय के बाहर, पटेल नगर आदि स्थानों पर पंडाल वृहद रूप से बनाया जा रहा है। यह पंडाल मां दुर्गा के विभिन्न मंदिरों का स्वरूप भी दिया जा रहा है।
कलश स्थापना मुहूर्त
आलापुर के समडीह गांव के पंडित भास्कर नाथ त्रिपाठी ने बताया कि इस बार नौ दिन के विशेष काल नवरात्र में कलश स्थापन 26 सितंबर शुक्ल पक्ष प्रतिपदा को चित्रा नक्षत्र व वैधृति योग की व्याप्ति न होने से इस दिन पूरे दिन कलश स्थापन किया जाएगा। बताया मध्याह्न काल के अभिजीत मुहूर्त में कलश स्थापन की इच्छा रखने वाले लोग सुबह 11: 36 से 12:24 बजे तक घट स्थापन कर सकते हैं।
किसी तिथि का क्षय न होने से नवरात्र पूरे नौ दिन का है। नवमी चार अक्टूबर को 1:30 बजे तक रहेगी तथा उसी दिन अपराह्न कालिक दशमी मिलने से विजयदशमी भी मनाई जाएगी। विजयदशमी के दिन नीलकंठ दर्शन, शमी पूजन तथा अपराजिता पूजन आदि कार्य संपन्न किए जाते हैं।