मातृ-मृत्यु की सूचना न देना पड़ेगा महंगा
अंबेडकरनगर : ग्रामीण स्तर की स्वास्थ्य सेवाओं की सूचना निर्धारित समय में न देने पर संबंधित क्षेत्र
अंबेडकरनगर : ग्रामीण स्तर की स्वास्थ्य सेवाओं की सूचना निर्धारित समय में न देने पर संबंधित क्षेत्र की एएनएम एवं आशाबहुओं के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इसमें मातृ-मृत्यु की सूचना अनिवार्य रूप से शामिल है। इसमें लापरवाही पर संबंधित कर्मचारियों को खामियाजा भुगतना होगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना के तहत गांव स्तर पर एएनएम एवं आशा की तैनाती की गयी है। इन्हें स्वास्थ्य सेवाओं संबंधित जागरूकता एवं मदद करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। लगातार प्रशिक्षण व जानकारी देने के बावजूद भी आशा और एएनएम के कार्यों में सुधार नहीं आ पा रहा है। इसके चलते शासन ने अब सभी सूचनाएं निर्धारित अवधि में देने के निर्देश दिए हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की सबसे महत्वपूर्ण योजना मातृ सुरक्षा में लापरवाही के चलते मृत्यु दरों में लक्ष्य के अनुरूप कमी नहीं आ रही है। इसलिए महानिदेशक परिवार कल्याण ने स्वयं निरीक्षण करने की कड़ी में सीएमओ को निर्देश दिया है कि प्रत्येक माह में आशा और एएनएम की यह जिम्मेदारी है कि यदि 20 से 45 वर्ष के बीच की महिला की मौत होती है तो इसकी सूचना तत्काल अपने केंद्र अधीक्षक को अनिवार्य रूप से दें। फरवरी माह की समीक्षा बैठक में मातृ मृत्यु की सूचना नहीं दर्ज करने पर महानिदेशक ने नाराजगी जतायी है। इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मोहिबुल्लाह ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए कई योजनाएं संचालित हैं इसलिए इसमें कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।