हल्का बल प्रयोग कर पुलिस ने समर्थकों को खदेड़ा
अंबेडकरनगर : कोतवाली टांडा क्षेत्र के मतगणना केंद्र पर बसपा नेता एवं पूर्व मंत्री लालजी वर्मा के पुत
अंबेडकरनगर : कोतवाली टांडा क्षेत्र के मतगणना केंद्र पर बसपा नेता एवं पूर्व मंत्री लालजी वर्मा के पुत्र विकास वर्मा व पुलिस के मध्य हुए विवाद के उपरांत गिरफ्तार किए गए आरोपियों को पुलिस कड़ी सुरक्षा में पुलिस लाइंस ले आई। यहां बसपा नेता के समर्थकों की भीड़ लग गई। बेकाबू हो रही भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों को तितर-बितर किया। इसके बाद सभी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से सभी आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में मंडल कारागार भेज दिया गया। उधर मामले में बसपा प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर, त्रिभुवन दत्त व लालजी वर्मा ने पुलिस पर सत्तादल के इशारे पर निर्दोष युवकों की पिटाई व मुकदमा दर्ज कर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इन लोगों ने टांडा कोतवाल को लाइन हाजिर कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
गत रविवार को उक्त थाना क्षेत्र के टीएनपीजी कालेज में जिला एवं क्षेत्र पंचायत पद के प्रत्याशियों के मत पत्रों की मतगणना हो रही थी। इसी दौरान पूर्व मंत्री के पुत्र व पुलिसकर्मियों से विवाद के कारण काफी बवाल हो गया। पुलिस ने मौके से विकास समेत पकड़े गए 22 लोगों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। इस दौरान कोतवाली में सैकड़ों की संख्या में समर्थकों की भीड़ लगी रही। रात बीती तो पुलिस ने समर्थकों की भीड़ को देखते हुए सभी आरोपियों को पुलिस वाहन से पुलिस लाइंस भेज दिया। यहां पुन: समर्थकों की भीड़ लगने लगी। लग्जरी वाहनों से सैकड़ों की संख्या में समर्थक पुलिस लाइंस के बाहर आ गए। भीड़ जबरन विकास से मिलने के लिए पुलिस लाइंस में घुसने का प्रयास करने लगी तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों को तितर-बितर किया। इस दौरान विकास की मां निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष शोभावती वर्मा समर्थकों के साथ पहुंचीं। उन्हें पुत्र से नहीं मिलने दिया गया। शोभावती को वाहन में बंद विकास से बाहर खड़े होकर वार्ता करने को विवश होना पड़ा। इस दौरान पुलिस लाइंस पुलिस छावनी में तब्दील रही। अपर पुलिस अधीक्षक पंकज पांडेय ने बताया कि आरोपियों को जेल भेजा गया है।
----------------
सभी नामजद अभियुक्त गिरफ्तारसंवादसूत्र, टांडा, अंबेडकरनगर: पुलिस ने बवाल के मामले में जिन 22 लोगों को पकड़ा था, उन्हीं के विरुद्ध नामजद मुकदमा दर्ज किया। इसमें सभी को जेल भेज दिया गया। आरोपियों में विकास वर्मा के अलावा इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र के भीटी गांव के संजय पुत्र नेबूलाल, कलेसर के सूर्यप्रकाश पुत्र रामसुभग, भीटी के कुलदीप ¨सह पुत्र अजय कुमार ¨सह, करमपुर बरसावां के रामकुमार गौतम पुत्र झिन्नूराम, बरवा बीठलपुर गांव के अंगद कुमार पुत्र रामपूजन, थाना अलीगंज क्षेत्र के ममरेजपुर गांव के बाबूराम पुत्र भुरकुल, राजेंद्र पुत्र सीताराम, सुलेमपुर गांव रामछैल वर्मा पुत्र रामसमुझ। थाना कोतवाली क्षेत्र के नरायनपुर भरौली गांव के महेंद्र कुमार यादव पुत्र झीनक यादव, पुंथर गांव के दीपू मिश्र पुत्र दूधनाथ शामिल हैं।
---------
हवालात में अमानवीय सुलूक-टांडा : गिरफ्तार किए गए लोगों के साथ पुलिस का अमानवीय व्यवहार रहा। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए 22 लोगों को एक ही हवालात में बंद कर दिया। जिसकी क्षमता छह व्यक्तियों की है। रातभर चोटों से कराह रहे लोगों का पुलिस ने चिकित्सीय उपचार नहीं कराया। दर्द से कराह रहे लोगों को दर्द निवारक एक टिकिया भी नहीं उपलब्ध करायी गई। छह घंो के उपरांत प्रात: छह बजे सीएचसी के चिकित्सक से उपचार एवं मेडिकल कराया गया।
--------------
इस तरह भेजा कोर्ट-टांडा : गिरफ्तार अभियुक्तों को कोर्ट ले जाने के लिए पुलिस लाइस से कैदी वाहन बुलाया गया। हवालात से एक-एक को निकालकर वाहन में बैठाया गया। सीओ राघवेंद्र मिश्र की अगुआई में चार थानाध्यक्षों के वाहन कैदी वाहन के आगे और चार थानाध्यक्ष वाहन के साथ कैदी वाहन के पीछे सुरक्षा में लगे रहे। इन्हें सीधे अकबरपुर के बजाय बरियावन मार्ग से कोर्ट ले जाया गया। इस समय कोतवाली परिसर के बाहर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा रही।