254 करोड़ में 13 किलोमीटर बनेगा बाईपास
जिला मुख्यालय पर जाम की समस्या से जल्द छुटकारा मिलेगा। इसके संकेत मिलने शुरू हो गया।
अंबेडकरनगर: जिला मुख्यालय पर जाम की समस्या से जल्द छुटकारा मिलेगा। इसके संकेत मिलने शुरू हो गए हैं। अयोध्या से बसखारी तक निर्माणाधीन फोरलेन मार्ग पर यहां बाईपास बनाया जाएगा। इससे शहर के भीतर सड़क चौड़ी करने में दुकानों व आवासों के टूटने का खतरा फिलहाल टलता नजर आ रहा है। करीब 254 करोड़ रुपये से यह बाईपास 12.3 किलोमीटर में बनेगा। इसकी वित्तीय स्वीकृति के लिए फाइल शासन को भेजी गई है। कटेहरी बाजार में बाईपास बनने की उम्मीद धूमिल है।
वाहनों के बढ़ते दबाव को झेलने में बहराइच-फैजाबाद-आजमगढ़ राजमार्ग नाकाम है। उधर धर्मनगरी अयोध्या के पर्यटन मानचित्र पर निखरने से यहां आवागमन के रास्तों को दुरुस्त किया जा रहा है। पूर्वांचल से अयोध्या को जोड़ने वाला मार्गों में सबसे अहम इस मार्ग को दो लेन से अब चार लेन बनाने का काम शुरू किया गया है। रास्ते में पड़ने वाली प्रमुख बाजारों में अयोध्या जनपद की गोशाईंगंज के अलावा कटेहरी बाजार शामिल है। वहीं अकबरपुर नगर पालिका के शहरी इलाके में दाखिल होने के बजाए यह राजमार्ग बाहर से निकलेगा। यहां बाजारों को प्रभावित होने से बचाने का प्रयास किया गया है।
अकबरपुर नगरपालिका में अयोध्या मार्ग पर 50 नंबर ट्यूबवेल के पास से यह बाईपास निकलकर इल्तिफातगंज मार्ग और रेलवे लाइन को पार करते हुए टांडा मार्ग को जोड़ेगा। इसके आगे चलते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग टांड़ा-बांदा को पारकर बसखारी मार्ग को जिला मुख्यालय के अफजलपुर में जोड़ेगा। यहां से बसखारी तक फोरलेन का निर्माण पूरा होगा।
बेवजह शहर में नहीं आएंगे वाहन: जिला मुख्यालय पर भीतर से राज्यमार्ग के गुजरने से बाहरी वाहनों का दबाव रहता है। इससे नगर की अधिकांश सड़कों पर जाम की समस्या होती है। बाईपास बनने से ये वाहन बाहर से अपने गंतव्य की ओर निकल जाएंगे।
व्यवसाय का तैयार होगा हब : बाईपास के निर्माण से शहर के विकास को पंख लगेगा। इसके किनारे दुकानों तथा प्रतिष्ठानों का निर्माण होगा। वाहनों की आमद बढ़ने से व्यवसाय बढ़ेगा। इसके अलावा भूमि की कीमत अधिक होगी, यह सरकारी खजाने के लिए फायदेमंद साबित होगा। बाईपास निर्माण में वित्तीय स्वीकृति के लिए स्टीमेट शासन को भेजा गया है। मंजूरी मिलते ही इसे धरातल पर उतारा जाएगा। करीब 254 करोड़ रुपये से 12.3 किलोमीटर में इसका बनना प्रस्तावित है।
संकर्षण लाल, एक्सईएन, लोक निर्माण विभाग