'गाता रहे मेरा दिल' के माध्यम से सजी सदाबहार गीतों की महफिल
पुराने फिल्मी गीतों पर आधारित गाता रहे मेरा दिल कार्यक्रम की प्रस्तुत एनसीजेडसीसी में हुई। मुंबई के कलाकारों की प्रस्तुति को सुनकर श्रोता झूम उठे।
प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीजेडसीसी) में 'गाता रहे मेरा दिल' कार्यक्रम के माध्यम से सदाबहार गीतों की महफिल सजी। मुंबई से आई शेफाली तग्गासी और विजय अमीन ने प्रख्यात गायिका लता मंगेशकर, आशा भोंसले, किशोर कुमार के गीतों को अपनी आवाज में प्रस्तुत किया। इस संगीत समारोह का आयोजन केयर संस्था ने किया।
ओल्ड क्लासिक फिल्मी गीतों पर झूम उठे श्रोता
ओल्ड क्लासिक फिल्मी गीतों पर आधारित इस कार्यक्रम में शेफाली तग्गासी ने 'लग जा गले कि फिर ये हंसी रात हो न हो', 'अजीब दास्तां है ये कहां शुरू कहां खतम', 'बाबू जी धीरे चलना' 'जाइये आप कहां जाएंगे' सहित अन्य फिल्मी गीत सुनाए तो एनसीजेडसीसी का सभागार तालियों से गूंज उठा। विजय अमीन ने 'रिमझिम गिरे सावन सुलग-सुलग जाए मन', 'हमें और जीने की चाहत न होती', 'जिंदगी एक सफर है सुहाना' आदि गीत सुनाए। प्रयागराज के नीरज अग्रवाल ने फिल्म कश्मीर की कली के मशहूर गीत 'ये दुनिया उसी की जमाना उसी का', 'ये मेरा दिल प्यार का दीवाना' आदि को सेक्सोफोन से बजाकर संगीत प्रेमियों का मन मोह लिया। केसी अग्रवाल ने कार्यक्रम का संचालन किया।
देर रात तक डटे रहे श्रोता
रविवार की देर रात तक श्रोता एनसीजेडसीसी के कार्यक्रम स्थल पर डटे रहे। एक से बढ़कर एक पुराने फिल्मी गीतों को सुनकर लोग झूमते रहे। सदाबहार गीतों की महफिल में हर गीत के बाद श्रोताओं ने कलाकारों का तालियों से स्वागत भी किया।
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