जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव: प्रतापगढ़ में राजा भैया की पार्टी की उम्मीदवार माधुरी पटेल विजेता, मिले 40 वोट
बवाल बढ़ता देख प्रभारी ने मुख्य द्वार को पुलिस फोर्स से पूरी तरह घेरवा दिया है। मुख्य गेट पर पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं में धक्का-मुक्की हुई। अफीम कोठी के पीछे वाले गेट से मतदान की ठप पड़ी व्यवस्था को शुरू कराने का विकल्प तलाश लिया गया है।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ में 40 मत पाकर जनसत्ता दल लोकतांत्रिक प्रत्याशी माधुरी पटेल ने जीत हासिल कर ली। प्रतापगढ़ में जिला पंचायत अध्यक्ष की महिला आरक्षित सीट के लिए कुल 57 मत पड़ने थे, इसमें से 51 मत पड़े। जनसत्ता लोकतांत्रिक प्रत्याशी माधुरी पटेल को 40 मत मिले। सपा प्रत्याशी अमरावती देवी को छह और भाजपा प्रत्याशी क्षमा सिंह को तीन मत मिले। दो मत अवैध घोषित कर दिए गए। जीत के बाद माधुरी पटेल को प्रमाणपत्र सौंपे जाते वक्त नारे लगाए गए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी को भी लड्डू खिलाकर खुशी जाहिर की गई। कांग्रेस ने प्रतापगढ़ में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक की उम्मीदवार को समर्थन दिया था।
भाजपा के नेताओं ने किया नंगा नाच, जिले के लिए शर्मनाक ; राजा भैया
जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर जनसत्ता दल के प्रत्याशी माधुरी पटेल के जीतने के बाद प्रेस वार्ता में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया ने कहा कि प्रतापगढ़ के जिला पंचायत का चुनाव पूरी तरह से निष्पक्ष हुआ हैl सदस्यों ने हमारी पार्टी की नीतियों से प्रभावित होकर खुद ही वोट दिया है। किसी सदस्य को डराया धमकाया नहीं गया हैl इसके बाद भी भाजपा ने जो धरना प्रदर्शन किया है वह सत्ता के मद में किया गया नंगा नाच कहा जाएगाl यह प्रतापगढ़ के लिए बहुत ही शर्मनाक हैl
लगातार होता रहा हंगामा और फिर आया नतीजा
प्रतापगढ़ में जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर हो रहे मतदान केंद्र पर हंगामा हो गया। जिलाधिकारी डाक्टर नितन बंसल के खिलाफ धरने पर बैठी जिला पंचायत अध्यक्ष पद की भाजपा प्रत्याशी क्षमा सिंह और उनके पति पप्पन सिंह के समर्थन में अन्य नेता भी आगे आए। सांसद संगम लाल गुप्ता, भाजपा विधायक अभय कुमार धीरज ओझा को देख भाजपा कार्यकर्ताओं ने आपा खो दिया। आखिरकार पुलिस और प्रशासन ने पीछे के गेट से मतदान कराने का विकल्प तलाशा और वोटिंग शुरू हुई। जिला पंचायत सदस्य पीछे के गेट से मतदान के लिए प्रवेश कर रहे हैं। जबकि सामने के गेट पर भाजपाइयों का धरना प्रदर्शन और नारेबाजी जारी है।
भाजपा कार्यकर्ता मतदान केंद्र में जबरन घुस गए। वहां मौजूद पुलिस कर्मियों से हाथापाई हो गई और कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधिकारियों पर पानी की बोतल भी फेंकी। फिलहाल सत्ता पक्ष के होने के नाते पुलिस ने कड़ी कार्रवाई नहीं की। भारी संख्या में पुलिस फोर्स बुला ली गई है। इस दौरान कुछ देर के लिए मतदान रुक गया।
मतदान केंद्र पर भारी पुलिस बल तैनात, भाजपा नेताओं व अधिकारियों में हो रही वार्ता
उधर बवाल बढ़ता देख प्रभारी एसपी एलआर कुमार ने मुख्य द्वार को पुलिस फोर्स से पूरी तरह घेरवा दिया है। मुख्य गेट पर पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं में धक्का-मुक्की हुई। वहीं एसपी ने स्थिति से निबटने के लिए अफीम कोठी के पीछे वाले गेट से मतदान की ठप पड़ी व्यवस्था को शुरू कराने का विकल्प तलाश लिया है। कुल 57 सदस्यों में से अब तक 47 मतदान कर चुके हैं, शेष बचे रह गए 10 सदस्यों को सुरक्षित मतदान कराने की व्यवस्था जारी है। जल्द ही इनका मतदान पूरा हो जाएगा। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेताओं एवं पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों में बातचीत जारी है।
सांसद और दो विधायक भी धरने पर बैठे, डीएम को हटाने की मांग
जिलाधिकारी के खिलाफ धरने पर बैठे जिला पंचायत अध्यक्ष पद की भाजपा प्रत्याशी क्षमा सिंह और उनके पति पप्पन सिंह के साथ सांसद संगम लाल गुप्ता, भाजपा विधायक अभय कुमार धीरज ओझा और अपना दल विधायक राजकुमार पाल भी आ गए। इन तीनों वरिष्ठ नेताओं के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्र भी भी धरने पर बैठ गए। वहीं भाजपा प्रत्याशी और उनके पति का आरोप है कि डीएम ने सत्ताधारी प्रत्याशी के खिलाफ साजिश कर रहे हैं। यह चुनाव जब तक रद नहीं होगा, वह यहीं पर धरना पर बैठे रहेंगे। सभी ने डीएम को तत्काल हटाने की मांग शुरू कर दी है।
आतंक नहीं चलेगा...नहीं चलेगा
भाजपा प्रत्याशी क्षमा सिंह के समर्थन में धरने पर बैठे भाजपा विधायक अभय कुमार धीरज ओझा ने कहा कि आतंक नहीं चलेगा। जिलाधिकारी डाॅ. नितिन बंसल को तत्काल हटाया जाए का नारा लग रहा है। भाजपा नेताओं का आक्रोश है।
अपर पुलिस अधीक्षक से नोकझोंक, मतदान रुका
भाजपा प्रत्याशी क्षमा सिंह और उनके समर्थकों को समझाने एसपी (पूर्वी) सुरेंद्र द्विवेदी मौके पर पहुंचे। उनसे समर्थकों से नोकझोंक हो गई। उन्हें वापस लौटना पड़ा। भाजपा प्रत्याशी के समर्थकों का कहना है कि डीएम और एडीजी इस्तीफा दें। दोनों अधिकारी शुरू से ही उनकी शिकायतों को नहीं सुन रहे हैं। हंगामे के दौरान मतदान प्रक्रिया ठप हो गई थी।
भाजपा प्रत्याशी क्षमा सिंह मंत्री मोती सिंह से मिलीं
एसओ जेठवारा के रोकने पर बढ़नी मोड़ पर भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी क्षमा सिंह और उनके पति पप्पन सिंह धरने पर बैठ गए थे। वहां से भाजपा पदाधिकारियों के शांत कराने के बाद मतदान स्थल अफीम कोठी पहुंचते ही सबसे पहले प्रत्याशी क्षमा सिंह के पति पप्पन सिंह सदर ब्लाक में बैठे कैबिनेट मंत्री मोती सिंह के पास पहुंचे। उनसे सारी बात बताई पर मंत्री ने कोई प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त की। यहां से भाजपा प्रत्याशी और उनके समर्थक अफीम कोठी के गेट पर जा पहुंचे और उनके समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया था। पुलिस ने अफीम कोठी का मुख्य द्वार पर बंद कर दिया। भाजपा के पदाधिकारी स्थिति संभालने में लगे रहे।