Move to Jagran APP

कही-सुनी बातों पर नहीं बल्कि सोच-समझकर करें निवेश, विशेषज्ञों के टिप्स आपके भी आएगी काम Prayagraj News

कल की बेहतरी के लिए आज निवेश बहुत जरूरी है। हां एक बात जरूरी है कि सोच-समझकर ही निवेश करना चाहिए। समृद्धि की सनराइज विषयक सेमिनार में विशेषज्ञों ने लोगों को यही टिप्‍स दिए।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 22 Dec 2019 01:03 PM (IST)Updated: Sun, 22 Dec 2019 01:08 PM (IST)
कही-सुनी बातों पर नहीं बल्कि सोच-समझकर करें निवेश, विशेषज्ञों के टिप्स आपके भी आएगी काम Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। आर्थिक सुरक्षा के साथ बेहतर कल सुनिश्चित करने के लिए निवेश योजनाओं में पूंजी लगाना आय बढ़ाने का सबसे सशक्त माध्यम है। हालांकि निवेश स्कीम का चयन करते समय कुछ पहलुओं पर ध्यान देना भी जरूरी है। कही-सुनी बातों पर किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश नहीं करना चाहिए, बल्कि कर सलाहकार से राय-मशविरा करने के बाद सोच-समझकर ही निवेश करना चाहिए। यह टिप्स होटल मिलेनियम इन में 'समृद्धि की सनराइज' सेमिनार में आदित्य बिरला सन लाइफ म्यूचुअल फंड (एबीएसएलएमएफ) के जोनल मैनेजर प्रशांत गुप्ता ने दी।

loksabha election banner

दैनिक जागरण और एबीएसएलएमएफ का संयुक्त सेमिनार आयोजित

दैनिक जागरण और एबीएसएलएमएफ के सेमिनार में प्रशांत गुप्ता ने कार्यक्रम की शुरुआत सवालों से की। पूछा हमें पैसे की जरूरत क्यों पड़ती है? जवाब आए आसान जीवन गुजारने, रोटी, कपड़ा, मकान, बच्चों की पढ़ाई, शादी एवं घूमने-टहलने के लिए। फिर पूछा, पैसा कौन सी भाषा बोलता है? लोगों के जवाब से पूरी तरह संतुष्ट न होने पर कहा कि पैसा एक भाषा बोलता है कि आज आप हमें संभालकर रखेंगे तो आगे हम आपको संभालेंगे। उन्होंने 'इनविजिबल आई' के बारे में पूछा। बताया कि आई इनफ्लेशन यानी महंगाई दर है। इसमें महंगाई अदृश्य है, क्योंकि यह कितना बढ़ेगी, कब बढ़ेगी किसी को जानकारी नहीं होती है।

20 वर्षों में महंगाई दर तीन गुना हो गई

एबीएसएलएमएफ के जोनल मैनेजर ने बताया कि 20 वर्षों में महंगाई दर तीन गुना हो गई। खानपान की सामग्री पर औसतन सात, हेल्थ में 12 और शिक्षा में 10 से 15 फीसद हर साल महंगाई दर बढ़ रही है। महंगाई दर बढऩे पर खरीदने की क्षमता कम होती है। इस पर कोई असर न पड़े, इसके लिए निवेश बहुत जरूरी है।

निवेश के लिए रखें चार बातों का ध्यान

जोनल मैनेजर ने निवेश के लिए अच्छा रिटर्न, सुरक्षा और तरलता को अनिवार्य बताया। कहा कि यह भी ध्यान देना चाहिए कि टैक्स कटने के बाद कितना बचता है। बताया कि अल्बर्ट आइंस्टीन ने चक्रवृद्धि ब्याज को दुनिया में सबसे सशक्त बताया था। इसका लाभ लेने के लिए जल्द निवेश करना होगा। अमर-अकबर-एंथोनी की कहानी सुनाते हुए लोगों को बताया कि अमर ने 12 साल की उम्र से पांच हजार, अकबर ने शादी के बाद 25 साल और एंथोनी ने बेटा होने पर 30 साल में निवेश करना शुरू किया। तीनों के निवेश में क्रमश: छह और पांच लाख का अंतर रहा, लेकिन म्यूचुअल फंड के अंत में सवा करोड़ और एक करोड़ छह हजार रुपये हो गया।

वीडियो के माध्यम से भी निवेश की जानकारी दी गई

कई वीडियो के जरिए भी निवेश की जानकारी दी गई। इसके पूर्व जोनल मैनेजर, कर एवं वित्त सलाहकार डॉ. पवन जायसवाल और सह संयोजक शिक्षक प्रकोष्ठ काशी क्षेत्र भाजपा डॉ. शैलेश कुमार पांडेय के दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। डॉ. पवन जायसवाल ने भी म्यूचुअल फंड के बारे में जानकारी दी। अंत में भी सवाल-जवाब का दौर चला।

निवेश की खास बातें

-तीन तरह के निवेश शार्ट, मीडियम और लांग टर्म

-फंड मैनेजर निवेश की बनाते हैं रणनीति

कितने तरह के फंड

-लिक्विड फंड में शार्ट टर्म निवेश होता है

-डेड फंड से भी बेहतर रिटर्न कमा सकते हैं

-सिस्टमेटिक ट्रांसफर प्लान में बैंक से एक तय राशि इक्विटी म्यूचुअल फंड में जाती है


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.