Magh Mela-2020 : माघ मेला सिर पर, सेहत विभाग का काम पीछे Prayagraj News
मेले में 20-20 बेड के दो बड़े अस्पताल बनाए प्रस्तावित थे। एक-एक बिस्तर वाले 10 अस्पताल बनाए जाने हैं। बाहर से तो अस्पताल बनकर तैयार दिख रहे हैं लेकिन अंदर कुछ भी नहीं।
प्रयागराज,जेएनएन । माघ मेला सिर पर है लेकिन स्वास्थ्य विभाग का काम अभी पीछे चल रहा है। अभी तक तैयारियों के लिए शासन स्तर से विभाग को फूटी तक कौड़ी नहीं मिली है। ऐसे में श्रद्धालुओं की सेहत को लेकर आशंकाएं हैैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग से तैयारियों के लिए जिम्मेदार अधिकारी का कहना है कि मेला शुरू होने तक अस्पतालों का संचालन शुरू हो जाएगा।
20-20 बेड के दो बड़े अस्पताल है बनना
बीते कुंभ में स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन का जिम्मा अपर निदेशक स्वास्थ्य दफ्तर का था लेकिन इस बार माघ मेले में मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय को यह जिम्मेदारी मिली है। कुंभ मेले में स्वास्थ्य सेवाएं तो बेहतर रहीं लेकिन माघ मेले में सब कुछ फिलहाल रामभरोसे ही लगता है। मेले में 20-20 बेड के दो बड़े अस्पताल बनाए प्रस्तावित थे। एक-एक बिस्तर वाले 10 अस्पताल बनाए जाने हैं। बाहर से तो अस्पताल बनकर तैयार दिख रहे हैं, लेकिन अंदर कुछ भी नहीं।
जल्द ही शुरू होगा अस्पतालों का संचालन:
इस बीच स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मेला संबंधी दायित्व निवर्हन के लिए तैनात डॉ. आरएस ठाकुर ने दावा किया है कि अस्पतालों का संचालन जल्द शुरू होगा। उन्होंंने बताया कि 35 करोड़ रुपये के कार्यों का प्रस्ताव शासन में भेजा था लेकिन अभी तक धनराशि नहीं मिली है। दवाओं के लिए अलग से कोई मद नहीं है। उपलब्ध संसाधनों से ही कार्य कराए जा रहे हैैं। मेला क्षेत्र में अस्पतालों का संचालन जल्द ही शुरू करा दिया जाएगा।
आयुर्वेद से भी करा सकेंगे इलाज
वैसे माघ मेले में आने वाले श्रद्धालु आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से इलाज करा सकेंगे। इसके लिए तीन अस्पताल बनाए गए हैं। पहला अस्पताल काली सड़क पर कल्पवासी थाने से सटा है, दूसरा खाक चौक चौराहे व तीसरा अस्पताल ओल्ड जीटी रोड पर बनाया गया है। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. शारदा प्रसाद के मुताबिक आयुर्वेद के छह डॉक्टर, नौ फार्मासिस्ट आदि मौजूद होंगे। डॉ. राजेंद्र कुमार प्रभारी अधिकारी बनाए गए हैं।