राजा भैया के प्रतिनिधि के खिलाफ दुष्कर्म का केस लिखाने वाली विवाहिता रहस्यमय हालात में गायब
महिला ने 20 अगस्त 2002 को राजा भैया के प्रतिनिधि हरिओम शंकर श्रीवास्तव सुभाष केसरवानी व नन्हे सिंह के खिलाफ कुंडा कोतवाली में अपहरण तथा दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। हफ्ते भर बाद यानी 27 अगस्त 2002 को कुंडा पुलिस ने वह मुकदमा स्पंज कर दिया था।
प्रतापगढ़, जागरण संवाददाता। राजा भैया के प्रतिनिधि समेत तीन लोगों के खिलाफ अपहरण और दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने वाली विवाहिता गायब हो गई है। इस बारे में तब पता चला जब पीड़िता मुकदमे की तारीख पर कोर्ट में पेश नहीं हो रही थी। इसका संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने पीड़िता को 10 नवंबर को उपस्थित करने का आदेश पुलिस को दिया है। अब पुलिस पीड़िता को तलाश रही है, लेकिन उसके बारे में कुछ पता नहीं चल पा रहा है।
वर्ष 2002 में विवाहिता ने दर्ज कराया था मुकदमा
कुंडा कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती की शादी लालगंज कोतवाली क्षेत्र के रानीगंज कैथोला में हुई थी। ससुराल में अनबन होने के कारण वह मां के साथ मायके में रहने लगी थी। वह 13 मई 2002 को अचानक गायब हो गई थी। हालांकि बाद में वह मिल गई थी। उसने 20 अगस्त 2002 को राजा भैया के प्रतिनिधि हरिओम शंकर श्रीवास्तव, सुभाष केसरवानी व नन्हे सिंह के खिलाफ कुंडा कोतवाली में अपहरण तथा दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। हफ्ते भर बाद यानी 27 अगस्त 2002 को कुंडा पुलिस ने वह मुकदमा स्पंज कर दिया था।
एससी एसटी कोर्ट में लंबित है यह मुकदमा
पुलिस ने बाद में इस मामले की पुनर्विवेचना की जिसमें घटना को सही बताते हुए हरिओम सहित तीनों आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने 10 दिसंबर 2002 को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी थी। इसके बाद से मामला एससी-एसटी कोर्ट में लंबित चल रहा है। इस बीच न्यायालय ने महिला की रहस्यमय गुमशुदगी को संज्ञान में लिया और पुलिस को पीड़िता को 10 नवंबर को कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया। पुलिस पीड़िता के मायके गई, लेकिन वह कहीं नहीं मिली। इस बारे में कोतवाल राकेश भारती का कहना है कि पीड़िता की तलाश की जा रही है। वह कई साल से मायके से गायब है। हर संभव जगह खोजबीन की जा रही है।