Prayagraj: जिला महिला चिकित्सालय के कर्मचारियों पर धोखाधड़ी का केस, RTI से खुला मामला
प्रयागराज की गिरजावती की तहरीर पर पुरामुफ्ती पुलिस ने उनकी बहू रुचि त्रिपाठी बहू के भाई मयंक त्रिपाठी और डफरिन अस्पताल की परिवार नियोजन सलाहकार चलचित्र चालक फार्मासिस्ट उपचारिका समेत कई अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज में जिला महिला चिकित्सालय (डफरिन अस्पताल) में फर्जी ओपीडी पर्चा व अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट बनाए जाने के मामले में अब पूरामुफ्ती पुलिस ने मुकदमा कायम किया है। इस अस्पताल के मेडिकल स्टाफ और कर्मचारियों पर केस दर्ज किया गया है। किस मामले में पुलिस ने यह कार्रवाई की, आइए इस खबर के माध्यम से जानें।
डफरिन अस्पताल के इन लोगों पर केस दर्ज है : प्रयागराज शहर के अल्लापुर निवासी गिरजावती की तहरीर पर पुरामुफ्ती पुलिस ने उनकी बहू रुचि त्रिपाठी, बहू के भाई मयंक त्रिपाठी और डफरिन अस्पताल की परिवार नियोजन सलाहकार अनीता शुक्ला, चलचित्र चालक रवि प्रकाश उपाध्याय, फार्मासिस्ट जय सिंह, अरुण कुमार, उपचारिका गुलनाज बानो, अर्चना द्विवेदी, शालनी सहित कई अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया है।
पूरामुफ्ती इलाके का मामला : गिरजावती ने पुलिस को बताया कि उनके बेटे शोभित की शादी दो वर्ष पूर्व पूरामुफ्ती निवासी रुचि के साथ हुई थी। विवाह के एक साल बाद रुचि ने पिटाई का आरोप लगाया। कहा की पिटाई से जख्मी होने पर रुचि को डफरिन अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसका इलाज हुआ लेकिन इसी दौरान उसका गर्भपात करवा दिया गया।
फर्जीवाड़े का क्या है आरोप : अस्पताल की रिपोर्ट के आधार पर रुचि ने पुरामुफ्ती थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। गिरिजावती का यह भी आरोप है कि जब घटना के संबंध में उन्होंने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी मांगी तो फर्जीवाड़ा का पता चला। अस्पताल प्रशासन ने जांच बैठाई, जिसमे आरोप सही पाए गए लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। तब गिरिजावती ने पुलिस अधिकारियों से शिकायत की, जिनके निर्देश पर पुरामुफ्ती पुलिस मुकदमा कायम करते हुए, जांच शुरू कर दी है।