बीजेपी के पिछड़ा वैश्य महाकुंभ के पीछे क्या है सियासी रणनीति Prayagraj News
आयोजक एवं सांसद संगमलाल गुप्ता ने बताया कि इस सम्मेलन के आयोजन को लेकर प्रदेश भर के जिला संयोजकों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की गई।
प्रयागराज,जेएनएन। केपी कॉलेज मैदान में 23 फरवरी को होने वाले पिछड़ा वैश्य महाकुंभ में सियासी दिग्गजों का जमावड़ा होगा। इसके जरिए पिछड़े और अति पिछड़े वैश्य समाज को साधने का प्रयास भी होगा। सम्मेलन में रेल मंत्री पीयूष गोयल, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह शिरकत करेंगे। इसकी तैयारियां अब तेज हो गई हैैं।
दो लाख व्यापारी के हिस्सा लेने लिए कार्यकर्ताओं को दी गई जिम्मेदारी
इस महाकुंभ में प्रदेश भर के लगभग दो लाख व्यापारियों के हिस्सा लेने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश के प्रत्येक जिलों के संयोजकों को हर ब्लॉक से व्यापारियों को महाकुंभ में ले आने की गुरुवार को जिम्मेदारी सौंपी गई। आयोजक एवं सांसद संगमलाल गुप्ता ने बताया कि इस सम्मेलन के आयोजन को लेकर प्रदेश भर के जिला संयोजकों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की गई। प्रदेश भर से आने वाले व्यापारियों को माघ मेला में रात्रि प्रवास के साथ ही संगम में पुण्य की डुबकी लगवाने की भी व्यवस्था की जा रही है। विज्ञान परिषद में गुरुवार को सम्मेलन की तैयारियों को लेकर हुई समीक्षा बैठक में दीनानाथ कुशवाहा, रॉबिन साहू, पवन गुप्ता मौजूद रहे।
सपाइयों ने सड़क पर कंडा जलाकर बनाया खाना
रसोई गैस के दाम में बढ़ोतरी के खिलाफ सपा एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को अलग-अलग प्रदर्शन किया। सिविल लाइंस में सुभाष चौराहे पर सपाइयों ने सड़क पर कंडे से खाना बनाकर विरोध जताया। इसमें महिला सभा की साबिहा मोहानी, नेहा यादव, निर्मला यादव, मंजू पाठक, शिव यादव, देव बोस, दान बहादुर मधुर, मोहम्मद अस्करी शमिल थे।
कांग्रेसियों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन
कांग्रेसियों ने भी कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन सौंपा। इसमें रामकिशुन पटेल, नफीस अनवर, मुकुंद तिवारी, आब्दी इलाहाबादी, संजय तिवारी, अल्पना निषाद आदि शामिल थे। आल इंडिया किसान मजदूर सभा व सर्वदलीय पार्षद एवं पूर्व पार्षद संघर्ष समिति ने भी विरोध किया। पूर्व पार्षद शिवसेवक सिंह, पार्षद आनंद घिल्डियाल, अशोक सिंह, कमलेश सिंह, रंजन कुमार, सुशील कुमार, अमरजीत यादव मौजूद थे।