Weekend Corona Curfew समाप्त करने की प्रयागराज में उठी मांग, सब्जी व फल कारोबारियों ने दी दलील
मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल अध्यक्ष बोले कि साप्ताहिक बंदी के कारण सब्जियां और फल बर्बाद हो रहे। इसलिए सरकार साप्ताहिक बंदी को समाप्त कर दे। थोक व्यापारी बोले कि बंदी में फुटकर दुकानदार और ग्राहक मंडी नहीं आते और सब्जियों की बिक्री नहीं हो पाती।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। यूपी की योगी सरकार ने कोरोना संक्रमण कम होने पर बाजार आदि खोलने का आदेश दिया था। हालांकि एहतियातन सप्ताह में सिर्फ पांच दिन ही बाजार खोलने का निर्देश था जबकि वीकेंड यानी शनिवार और रविवार दो दिनों के लिए कोरोना कर्फ्यू (साप्ताहिक बंदी) कहा गया। हालांकि सब्जी आदि आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को सप्ताह के सातों दिन खुलने का परमीशन है। हालांकि अब कोरोना कर्फ्यू को समाप्त करने की भी मांग उठने लगी है।
शनिवार व रविवार को सब्जियों की बिक्री होती है कम
प्रयागराज में इस मांग ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया है। कारोबारियों का कहना है कि दो दिन बाजार बंदी की वजह से सब्जियां, फल और खानपान के सामान बर्बाद हो जाता है। इससे कारोबारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे में अब साप्ताहिक बंदी खोलने की मांग उठने लगी है। कारोबारियों का कहना है कि कोविड नियमों के तहत पांच दिन बाजार खुल रहे हैं तो उसी तरह दो दिन और खोलने की इजाजत दी जाए। शनिवार और रविवार को साप्ताहिक बंदी के कारण मंडी में सब्जियों और फलों की बिक्री बहुत कम रहती है। कहा कि यदि शुक्रवार को बारिश हो गई तो माल न बिकने से दो दिन डंप हो जाता है, जिससे सब्जियां और फल बर्बाद हो जाते हैं। इससे थोक कारोबारियों को बहुत घाटा होता है।
सब्जियों के दाम स्थिर
मंगलवार को भी मुंडेरा मंडी में सब्जियों के दाम सोमवार के जितना ही रहा। दामों में कमी अथवा तेजी नहीं हुई। टमाटर का थोक रेट 30-35, कद्दू, लौकी, तरोई, नेनुआ, भिंडी के दाम आठ रुपये से लेकर 10-12 रुपये, बैगन 13-14, खीरा 10-12 रुपये किलो बिका। परवल 18-20 रुपये किलो रहा। फुटकर में परवल 40, कद्दू 30, लौकी 20, प्याज 30 से 40, टमाटर 40, अरुवी 30, बैगन 40, आलू 20, नेनुआ 30, करैला 40 से 50 रुपये किलो बिक रहा है।
फुटकर दुकानदार व ग्राहक थोक मंडी नहीं पहुंच पाते
मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा का कहना है कि साप्ताहिक बंदी के कारण सब्जियां और फल बहुत बर्बाद हो जाते हैं। इसलिए सरकार को चाहिए कि साप्ताहिक बंदी को समाप्त कर दे। सब्जी के थोक व्यवसायी सैफुद्दीन का कहना है कि साप्ताहिक बंदी में फुटकर दुकानदार और ग्राहक मंडी तक पहुंच नहीं पाते हैं, जिसकी वजह से सब्जियों की बिक्री न होने से खराब हो जाती हैं।