कुंभ में पहुंचेगा सप्त नदियों का जल, पांच पौराणिक नगरों में गोष्ठी से जागरूकता
कुंभ में साधु -संन्यासियों की ओर से देवी - देवताओं के जलाभिषेक व विशिष्ट कार्यक्रम के लिए देश की सप्त नदी के साथ ही प्रमुख नदियों का जल एकत्र होगा।
वाराणसी [विकास बागी]। इलाहाबाद में वर्ष 2019 में आयोजित होने जा रहे कुंभ को लेकर प्रदेश सरकार ने पौराणिक मान्यताओं के अनुरूप तैयारियां शुरू कर दी है। कुंभ में साधु -संन्यासियों की ओर से देवी - देवताओं के जलाभिषेक व विशिष्ट कार्यक्रम के लिए देश की सप्त नदी के साथ ही प्रमुख नदियों का जल एकत्र होगा। इतना ही नहीं, कुंभ के दौरान काशी, अयोध्या, मथुरा, इलाहाबाद व लखनऊ में विभिन्न विषयों पर गोष्ठियों का भी आयोजन होगा। गोष्ठी में युवा कुंभ, महिला कुंभ, मैराथन, समरसता, जीवनशैली, पर्यावरण और गंगा की रक्षा, उपलब्धता व शोध से जुड़े विषय शामिल होंगे।
लखनऊ में 'युवा कुंभ
लखनऊ में 'युवा कुंभ पर आयोजित गोष्ठी में आइआइटी, आइआइएम व देश की अग्रणी शैक्षणिक संस्थाओं, विश्वविद्यालयों को जोडऩे के साथ ही युवा मैराथन का आयोजन किया जाएगा। गोष्ठी में युवाओं को अध्यात्म से भी जोडऩे पर चर्चा होगी।
इलाहाबाद में गंगा को लेकर मंथन करेंगे वैज्ञानिक
इलाहाबाद में 'पर्यावरण एवं प्रकृति के बीच सामंजस्य एवं भारतीय जीवनशैली का प्रतीक कुंभÓ गोष्ठी में अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों को आमंत्रित किया जा रहा है। पर्यावरण से संबंधित प्रदर्शनी के बीच गंगाजल में उपलब्ध तत्वों पर अनुसंधान व भारतीय संस्कृति में गंगा के महत्व को लेकर मंथन होगा।
वृंदावन में 'मातृशक्ति पर चर्चा -
कुंभ के दौरान वृंदावन (मथुरा) में 'मातृ शक्ति और कुंभ गोष्ठी में महिला कुंभ पर चर्चा के लिए पंचमाता के स्वरूप पर संवाद होगा। इसमें देश भर की विदुषी महिलाओं को आमंत्रित किया जाएगा।
काशी में आध्यात्मिक परंपरा पर परिचर्चा
कुंभ मेला के दौरान काशी में अप्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन होगा। इसमें 'सर्व समावेशी भारतीय चिंतन एवं कुंभ विषय के साथ आध्यात्मिक परंपरा व समन्वय पर बात होगी।
अयोध्या देगी समरसता का संदेश
अयोध्या में 'समरसता का प्रतीक कुंभ विषयक गोष्ठी में सामाजिक समरसता से जुड़े कार्यक्रम में विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों एवं विभिन्न वंचित समाज के प्रतिनिधियों, सभी जातियों के संत समाज का समावेश होगा।
नालेज पार्टनर बनेंगे विवि
अपर मुख्य सचिव पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी की ओर से इलाहाबाद, वाराणसी, लखनऊ, फैजाबाद व मथुरा के मंडलायुक्तों को पत्र भेजा गया है। पत्र में कहा गया है कि संबंधित जिलों में मौजूद लखनऊ विश्व विद्यालय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, इलाहाबाद विवि, आगरा विवि व अवध विश्वविद्यालय को नालेज पार्टनर के रूप में प्रस्तावित किया जाए। साथ ही संत, आध्यात्मिक परंपराओं से जुड़े व्यक्ति, विभिन्न धर्मों के धर्माचार्यों को भी जोडऩे की योजना है।
सात नदियों के उद्गम स्थल से आएगा जल
कुंभ में इस बार सात प्रमुख नदियां गंगा, गोदावरी, नर्मदा, कावेरी, कृष्णा, ब्रह्मपुत्र और यमुना के उद्गम स्थल से जल लाने की योजना है। मान्यता है कि ङ्क्षहदू धर्म के सात मुख्य देवी-देवता शिव, राम, कृष्ण, हनुमान, गणेश, दत्तात्रेय व मां दुर्गा को इन नदियों का जल बहुत प्रिय है।