Ganga Yatra : सदानीरा किनारे के गांवों का कायाकल्प होगा, स्वच्छता रैली निकलेगी Prayagraj News
गंगा यात्रा को लेकर गंगा मैदान गंगा तालाब व गंगा चबूतरे बनाए जा रहे हैं। गंगा किनारे के गांवों में गंगा स्वच्छता वॉल पेंटिंग वॉल राइटिंग स्लोगन राइटिंग होगी।
प्रयागराज, जेएनएन। गंगा यात्रा को लेकर सदानीरा किनारे के गांवों का कायाकल्प होगा। इन गांवों में गंगा मैदान, गंगा तालाब, गंगा चबूतरे और गंगा नर्सरी भी बनाई जा रही है। इसके अलावा यात्रा के आगमन पर गंगा स्वच्छता वॉल पेंटिंग, वॉल राइटिंग और स्लोगन राइटिंग का कार्य शुरू कराया गया है। बुधवार सुबह इन गांवों में प्रभात फेरी व स्वच्छता रैली भी निकाली जाएगी। इसके लिए अलग-अलग विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
गंगा यात्रा जिले में गंगा किनारे के 60 गांवों को कवर करेगी
जिले में गंगा के किनारे 111 गांव हैैं, जिनमें ये कार्य कराए जाने हैैं। डीपीआरओ रेनू श्रीवास्तव ने बताया कि 42 गांवों में गंगा तालाब का निर्माण, 66 गांवों में गंगा चबूतरे का निर्माण, 46 गांवों में गंगा मैदान का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इसी तरह 184 स्थानों पर नडेप कंपोस्ट, 265 सोकपिट, एक हजार स्थानों पर सामूदायिक पौधारोपण, 30 विद्यालयों में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग, 111 स्थानों पर दीवार पर चित्रण का कार्य आरंभ हो गया है।
यात्रा रूट पर सफाई की व्यवस्था पंचायती राज विभाग के हवाले
गंगा यात्रा के रूट मांडा, उरुवा, मेजा, करछना, चाका एवं कौडि़हार के गंगा किनारे के गांवों में सफाई कर्मियों को तैनात कर सफाई की व्यवस्था पंचायती राज विभाग को सौंपी गई है। दो हजार सफाई कर्मियों को तैनात कर उनसे सफाई का कार्य शुरू करा दिया गया है। गंगा में प्रवाहित नालों को अन्य डायवर्ट करने, ठोस अपशिष्टों का उचित प्रबंधन की जिम्मेदारी भी इसी विभाग पर है। यात्रा के दौरान सड़क के दोनों ओर स्थित गांवों में प्लास्टिक फ्री बनाकर पॉलीथिन पर पूर्व प्रतिबंध के साथ माटी कला बोर्ड के उत्पादन को प्रोत्साहन के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
गंगा यात्रा रूट के दोनों ओर स्थित सभी विद्यालयों का सुंदरीकरण होगा
गंगा यात्रा रूट के दोनों ओर स्थित सभी विद्यालयों का सुंदरीकरण, सभी शौचालयों का मरम्मत भी कराया जा रहा है। यात्रा रूट से जुड़े संपर्क मार्गों की मरम्मत, गंगा घाटों का समतलीकरण का कार्य और कार्यक्रम स्थलों के पास पॉर्किंग की व्यवस्था की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को सौंपी गई है। गंगा किनारे के गांवों में तालाबों के सुंदरीकरण व समतलीकरण, घाटों की सीढिय़ों के बगल रैैंप निर्माण, मनरेगा पार्क की स्थापना, सोखपिट निर्माण की जिम्मेदारी मनरेगा विभाग पर है।
स्वास्थ्य विभाग करेगा जागरूकता कार्यक्रम
गंगा किनारे के गांवों में बुधवार को स्वास्थ्य मेला, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग को दी गई है। गंगा निर्मलता एवं जल संरक्षण से संबंधित निबंध प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता, वाद-विवाद एवं सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन शिïक्षा विभाग बुधवार को कराएगा। विद्यालयों व कॉलेजों में सभी छात्रों के लिए पर्यावरण से संबंधित जागरूकता अभियान की भी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग पर ही है। गंगा नर्सरी की स्थापना, गंगा उद्यान की स्थापना तथा फलदार पौधे रोपने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करने व निश्शुल्क पौधे उपलब्ध कराना उद्यान एवं वन विभाग की जिम्मेदारी है। खेतों में फलदार लगाने पर उनके रखरखाव के लिए कुछ वर्षों के लिए विशेष अनुदान की व्यवस्था भी उद्यान व वन विभाग कराएगा। यात्रा के दौरान सड़क पर ढीले तारों को दुरुस्त कराने का कार्य विद्युत विभाग ने शुरू करा दिया है।
बिजली विभाग के मुख्य अभियंता बोले
बिजली विभाग के मुख्य अभियंता ओपी यादव ने बताया कि सोमवार को 40 स्थानों पर तारों को शिफ्ट कर दिया गया। संगम नोज पर भी विद्युत आपूर्ति की विशेष व्यवस्था की जा रही है। पशु पालन गंगा किनारे के गांवों में बुधवार व गुरुवार को पशु आरोग्य मेला का आयोजन करेगा। कृषि विभाग गंगा किनारे के गांवों में जीरो बजट खेती को बढ़ावा देने के साथ ही आर्गेनिक खेती के प्रचार-प्रसार को कार्यक्रम आयोजित करेगा। पर्यावरण विभाग गंगा किनारे स्थापित उद्योगों में दूषित उत्प्रवाह के शुद्धिकरण के लिए संयंत्र स्थापित कराने का कार्य करेगा।