Vikas Dubey Encounter : मुठभेड़ में इस्तेमाल हुई प्रयागराज की कार, इसी में कुख्यात अपराधी बैठा था Prayagraj News
कार को बीते साल प्रयागराज से खरीदा गया था। यही कार एनकाउंटर से पहले दुर्घटनाग्रस्त हुई जिसके बाद विकास पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने लगा और मुठभेड़ में मारा गया।
प्रयागराज, जेएनएन। मोस्ट वांडेट विकास दुबे के एनकाउंटर में प्रयागराज की कार इस्तेमाल हुई है। स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने जिस सरकारी कार में कुख्यात दुबे को बैठाया था, वह अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय प्रयागराज के नाम रजिस्टर्ड है। हालांकि इस गाड़ी को एसटीएफ की टीम इस्तेमाल करती रही है।
बीते साल प्रयागराज से खरीदी गई थी कार
महिंद्रा कंपनी की इस कार को बीते साल प्रयागराज से खरीदा गया था। यही कार एनकाउंटर से पहले दुर्घटनाग्रस्त हुई, जिसके बाद विकास पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने लगा और मुठभेड़ में मार गिराया गया। प्रयागराज युनिट की एसटीएफ भी दुर्दांत विकास की तलाश में लगी थी।
बोले, एडीजी जोन प्रेम प्रकाश
एडीजी जोन प्रेम प्रकाश का कहना है कि सरकारी गाड़ियां पुलिस मुख्यालय के नाम रजिस्टर्ड होती हैं। जिस जिले की एजेंसी से वाहन खरीदा जाता है, उसी जिले में उसका रजिस्ट्रेशन होता है। फिलहाल कई माह पहले ही प्रयागराज का पुलिस मुख्यालय लखनऊ ट्रांसफर हो चुका है।
एनकाउंटर में विकास दुबे मारा जा चुका है
कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपित गैंगस्टर विकास दुबे शुक्रवार सुबह एसटीएफ से मुठभेड़ में मारा गया है। कानपुर में ही एनकाउंटर में वह मारा गया है। उज्जैन से कानपुर आ रही यूपी एसटीएफ की गाड़ी के रास्ते में पलटने के बाद विकास दुबे ने भागने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस और विकास दुबे के बीच मुठभेड़ हुई। गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे ने पिस्टल छीनकर गोली चलाई। जवाबी फायरिंग में गंभीर रूप से घायल विकास दुबे की मौत हुई। मुठभेड़ में चार पुलिस कर्मी भी जख्मी हुए।