Kumbh mela 2019 : विहिप ने तैयार की राम मंदिर निर्माण की व्यूह रचना
कुंभ मेला क्षेत्र में विहिप के शिविर में इन दिनों राम मंदिर की चर्चा है। इसके लिए विहिप ने मंदिर निर्माण की व्यूह रचना भी तैयार की है।
रवि उपाध्याय, कुंभ नगर : रामजन्म भूमि पर मंदिर निर्माण की व्यूहरचना विहिप ने तैयार कर ली है। विहिप के शिविर में यही मुद्दा छाया हुआ है। धर्म संसद की तैयारी भी इसी मुद्दे को केंद्र बिंदु में रखकर की जा रही है। शिविर में घुसते ही मंदिर के स्वरूप का बड़ा सा चित्र गेट पर लगा है। यहीं से खड़े होकर विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने पूर्व में मीडिया से बात की थी।
मंदिर निर्माण को लेकर जिन लोगों ने पूर्व में अगुवाई की थी उनके चित्र शिविर मे चारों ओर लगे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरु महंत अवेद्यनाथ के नाम पर सभागार रखा गया है। महंत अवेद्यनाथ ने ही इस आंदोलन की नींव रखी थी। हमेशा रामजन्म भूमि के आवाज बने रहे अशोक सिंहल के नाम पर पूरा शिविर बसाया गया है।
मंदिर निर्माण पर फैसला चाहता है विहिप
विहिप इस बार राम मंदिर निर्माण पर कोई फैसला चाहता है। इसीलिए संतों को आगे करके किसी निर्णय की बात की जा रही है। विहिप के सभी बड़े नेता लगातार यह कह रहे है कि संत जो कहेंगे वह मान्य होगा। चर्चा है कि हिंदू नवसंवत्सर से मंदिर निर्माण शुरू हो जाएगा। विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने पिछले दिनों ऐसे ही संकेत देते हुए कहा था कि अगले कुंभ तक भव्य मंदिर बन जाएगा। ऐसे में देश भर की निगाहें एक बार फिर विहिप की धर्म संसद पर लगी हैं। 31 जनवरी एवं 1 फरवरी को धर्मसंसद होने जा रही है। मंगलवार को विहिप के शिविर में दिन भर संतों एवं प्रमुख नेताओं के आने जाने का सिलसिला चलता रहा। किसको कहां ठहराया जाएगा इसे लेकर विहिप कार्यकर्ता सक्रिय रहे।
सभागार को सजाया गया
जिस सभागार में धर्म संसद होने वाली है उसे अंतिम रूप दिया गया। सभागार में पांच हजार संतों के बैठने की व्यवस्था की गई है। मंच पर भी साढ़े तीन सौ संत बैठेंगे। वैसे शिविर में अनेक आयोजन कई दिनों से चल रहे हैं। बुधवार को विहिप समावेशी संस्कृति कुंभ करने जा रहा है। इन आयोजनों में देश भर के कार्यकर्ता यहां आए हुए हैं। समावेशी संस्कृति कुंभ में स्वामी अवधेशानंद, रामदेव, हंसादेवाचार्य समेत सभी मत, पंथ एवं संप्रदाय के प्रमुख लोग रहेंगे। विहिप नेताओं ने सभी संतों एवं अखाड़ा प्रमुखों को आमंत्रण पत्र भेज दिया है। विहिप के शिविर में सभी बड़े नेता पहुुंच गए हैं। विहिप के संयुक्त महामंत्री डा.सुरेंद्र जैन ने कहा कि धर्म संसद में संतों का मार्गदर्शन बहुत महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।
धर्म संसद में दोनो दिन रहेंगे मोहन भागवत
धर्म संसद में सर संघ चालक मोहन भागवत के दोनो दिन उपस्थित रहने से इस आयोजन की महत्ता बढ़ गई है। संघ के और पदाधिकारी भी आएंगे। वैसे विहिप के शिविर में संघ के प्रमुख पदाधिकारी लगातार आ जा रहे हैं। सर संघ चालक मोहन भागवत के आने की वजह से भाजपा के नेताओं की सक्रियता भी बढ़ गयी है। संघ प्रमुख की उपस्थिति से आम लोगों में इस बार उम्मीद बंधी है कि कोई ठोस फैसला जरूर हो जाएगा। वैसे विहिप ने किसी राजनीतिक पार्टी के नेता को आमंत्रित नहीं किया है। भाजपा नेताओं को आमंत्रित करने की बात को विहिप ने सिरे से नकार दिया है। लेकिन धर्म संसद की तैयारी जिस तरह से की जा रही है उसमें भाजपा नेताओं के भी रहने की संभावना है।