Unlock 01 शुरू होते ही सब्जियों के रेट बढ़े, बारिश बनी बड़ी वजह, जानें थोक और फुटकर रेट
पिछले सप्ताह में दो दिनों की बारिश ने किसानों को बहुत नुकसान पहुंचाया है। हरी सब्जियां सड़ जाने से कीमतें करीब डेढ़ से दो गुना तक महंगी हो गई हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। पिछले दिनों बारिश क्या हुई मानो शहरवासियों के लिए मुसीबत का कारण बन गई। बारिश ने सब्जी खेती पर प्रतिकूल असर डाला था। खेतों लगी सब्जी खराब हो गई थी। इसका असर भी जल्द ही देखने को मिला। आसमान तो साफ हो गया है और गर्मी भी बढ़ गई है। वहीं सब्जियों के दाम भी बढऩे से लोगों को पसीना छूटने लगा है।
बारिश ने सब्जी की खेती को नुकसान पहुंचाया
पिछले सप्ताह में दो दिनों की बारिश ने किसानों को बहुत नुकसान पहुंचाया है। हरी सब्जियां सड़ जाने से कीमतें करीब डेढ़ से दो गुना तक महंगी हो गई हैं। इसका असर थोक और फुटकर (दोनों) रेट पर पड़ा है। कोरोना संक्रमण के इस दौर में सब्जियों के रेट बढऩे से लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
सब्जी के थोक कारोबारी सब्जियां मंगाने से परहेज कर रहे
मुंडेरा थोक मंडी में ज्यादातर हरी सब्जियां गंगापार और कौशांबी से आती हैं। हालांकि बारिश में हरी सब्जियां सड़ गईं। बताते हैं कि टमाटर करीब 60 से 70 फीसद सड़ गया। भिंडी, करेला, नेनुआ, खीरा, परवल, टमाटर आदि के दाम तीन-चार दिनों से बढ़ गए हैं। अनलॉक 1.0 में ट्रांसपोर्ट की बाधाएं दूर हुई हैं, लेकिन मंडी रात में होने और एक ही गेट खुलने के कारण बाहर से भी सब्जी के थोक कारोबारी सब्जियां मंगाने से परहेज कर रहे हैं।
स्टोर से आ रहा आलू, भाड़ा जोड़कर बिक रहा
वहीं, किसानों की आलू भी अब खत्म हो गई है, जिससे मंडी में स्टोरों में रखी आलू बिकने के लिए पहुंच रही हैं। स्टोर में रखरखाव और मंडी तक भाड़ा का रेट जोड़कर बेचने से तीन-चार रुपये प्रति किलो दाम बढ़ गया है।
सब्जी के थोक कारोबारी बोले
थोक कारोबारी अंजू यादव का कहना है कि बारिश में सब्जियां सड़ जाने से रेट काफी बढ़ गया है। परवल की कीमत हो सकती है, एक-दो दिन में कुछ गिर जाए लेकिन अन्य सब्जियों का रेट फिलहाल कम होने के आसार नहीं हैं।
थोक और फुटकर रेट (पहले एवं अब)
आलू गोला 14-18 25-30
आलू जी 18-21 25-30
टमाटर 10-14 15-20
नेनुआ 14-15 15-20
खीरा 6-7 15-20
परवल 20-22 30-40
करेला 8-10 30-40
भिंडी 8-10 10-20
नोट: कीमतें रुपये प्रति किलो में।