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इलाहाबाद विश्वविद्यालय : एक दिन की 'सरकार' से 12 छात्रों को मिली संजीवनी Prayagraj News

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अपने एक दिन के कुलपति कार्यकाल के दौरान प्रोफेसर वीके साहू वीसी ने छात्रों का कल्‍याण किया है। निष्‍कासित इन छात्रों को परीक्षाओं में बैठने की अनुमति दी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 17 Jan 2020 02:06 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jan 2020 05:41 PM (IST)
इलाहाबाद विश्वविद्यालय : एक दिन की 'सरकार' से 12 छात्रों को मिली संजीवनी Prayagraj News
इलाहाबाद विश्वविद्यालय : एक दिन की 'सरकार' से 12 छात्रों को मिली संजीवनी Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) में एक दिन की 'सरकार' ने 12 ऐसे छात्रों को संजीवनी दे दी जो विश्वविद्यालय से अरसे से निष्कासित या निलंबित कर दिए गए थे। इन छात्रों का कॅरियर दांव पर लगा था लेकिन अब उनको परीक्षा में बैठने की अनुमति मिल गई है। इसमें छात्रसंघ के कुछ पूर्व पदाधिकारी भी शामिल हैं।

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पूर्व कुलपति प्रो. हांगलू के कार्यकाल में छात्रों का निष्कासन आए दिन होता था

विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. रतनलाल हांगलू के कार्यकाल में छात्रों का निष्कासन आए दिन होता था। विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ बोलने वाले छात्र व छात्र नेताओं को किसी न किसी मामले में निष्कासित कर दिया जाता था। ऐसे ही 12 छात्रों का अनुशासनहीनता और रैगिंग करने के आरोपों में निष्कासन कर दिया गया था। बुधवार को एक दिन के लिए कार्यवाहक कुलपति बने प्रो. पीके साहू ने कई मामलों पर अपनी मुहर लगाई थी। इसमें प्रमुख रहा विश्वविद्यालय से निष्कासित किए गए छात्रों की वापसी भी थी।

इन छात्रों व छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारियों को राहत

इन छात्रों में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित कुमार मिश्र व अवनीश यादव, आनंद कुमार सिंह, नीरज प्रताप सिंह, विक्रांत सिंह, आदित्य सिंह, विशाल यादव, निलेश कुमार अग्रहरि, आनंद कौशल सिंह, उत्तम त्रिपाठी, संजय पाल और गौतम आनंद शामिल रहे। बुधवार को प्रो. साहू ने इनका निष्कासन वापस लेने पर अपनी स्वीकृति दे दी थी। दूसरे दिन नए कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी ने भी अपनी सहमति जताई।

इविवि के चीफ प्रॉक्टर बोले

विश्वविद्यालय के  चीफ प्रॉक्टर प्रो. रामसेवक दुबे ने बताया कि 12 ऐसे छात्रों को अपनी उपाधि परीक्षा पूर्ण करने की स्वीकृति दी गई है। परीक्षा नियंत्रक को भी इसके लिए पत्र भेजा गया है।


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