Kumbh mela 2019 : संगम में डुबकी लगाएंगे भक्त, अखाड़ों में पूजी जाएंगी वाग्देवी
कुंभ मेले में वसंत पंचमी पर कल दिन भर स्नान होगा। वहीं अखाड़ों और साधुओं के शिविरों में वाग्देवी सरस्वती का पूजन-अर्चन होगा। यज्ञोपवीत संस्कार भी होंगे।
कुंभनगर : वासंतिक हिलोर के बीच कुंभ का अंतिम शाही यानी वसंत पंचमी का स्नान रविवार को होगा। वसंत पंचमी की पावन बेला में अखाड़े, संत-महात्मा संगम में डुबकी लगाएंगे। पुण्य की आस में दुनियाभर के करोड़ों श्रद्धालु भी प्रयाग पहुंच रहे हैं। वहीं वसंत पंचमी पर अखाड़ों में मां सरस्वती का पूजन एवं यज्ञोपवीत संस्कार कराया जाएगा। सच्चे हृदय से संगम में डुबकी लगाने से श्रद्धालुओं का कायाकल्प होगा। साथ ही वसंत पंचमी की पुण्य बेला में संगम तट पर मां सरस्वती का पूजन करने से ज्ञान की प्राप्ति होगी।
दिन भर रहेगा पंचमी का प्रभाव : आचार्य देवेंद्र
ज्योतिॢवद आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी बताते हैं कि नौ फरवरी की सुबह 8.55 बजे पंचमी तिथि लग चुकी है, जो दस फरवरी की सुबह 9.59 बजे तक रहेगी। उदया तिथि होने के चलते दिनभर पंचमी का प्रभाव रहेगा। इसके अलावा रेवती नक्षत्र, साध्य योग का विशेष संयोग बन रहा है। वहीं मीन राशि में चंद्रमा, मकर राशि में सूर्य के अलावा धनु राशि में शुक्र व शनि का संचरण होगा। इस पावन अवसर पर सच्चे हृदय से गंगा, यमुना व अदृश्य सरस्वती की मिलन स्थली संगम में डुबकी लगाने से श्रद्धालुओं को मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी। वहीं मां सरस्वती का पूजन करने से जीवन में सदैव उनकी कृपा बनी रहेगी।
अखाड़ों में यज्ञोपवीत संस्कार होगा
वसंत पंचमी पर अखाड़ों में मां सरस्वती का पूजन एवं यज्ञोपवीत संस्कार कराया जाएगा। जूना अखाड़ा के शिविर में शाही स्नान के बाद मां सरस्वती की पूजा होगी। निरंजनी, निर्वाणी अनी, बड़ा उदासीन, नया उदासीन, निर्मल अखाड़ा के शिविर में मंत्रोच्चार के बीच मां सरस्वती का पूजन करने के साथ यज्ञोपवीत संस्कार कराया जाएगा। वहीं दंडी संन्यासीनगर में स्वामी ब्रह्माश्रम के शिविर में मां सरस्वती का पूजन करके बटुकों का यज्ञोपवीत संस्कार होगा।