Move to Jagran APP

बढ़ती उम्र में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा अधिक, यूरोलॉजिस्टों ने साझा किए अनुभव Prayagraj News

यदि आपकी भी उम्र बढ़ रही है तो सजग हो जाइए। प्रोस्‍टेड व मूत्राशय के कैंसर बीमारी की जद में बढ़ती उम्र वाले आ सकते हैं। वर्कशाप में देश भर से आए यूरोलाजिस्टों ने अनुभव साझा किए।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 16 Sep 2019 10:34 AM (IST)Updated: Mon, 16 Sep 2019 10:34 AM (IST)
बढ़ती उम्र में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा अधिक, यूरोलॉजिस्टों ने साझा किए अनुभव Prayagraj News
बढ़ती उम्र में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा अधिक, यूरोलॉजिस्टों ने साझा किए अनुभव Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्रीतमदास सभागार में देश भर के यूरोलॉजिस्ट शामिल हुए। प्रोस्टेट (पौरुष ग्रंथि) व मूत्राशय के कैंसर विषय पर वर्कशाप आयोजित हुई। इसमें  इसके लक्षण, जांच एवं आधुनिक इलाज पर यूरोलॉजिस्टों ने अपने अनुभव साझा किए।

loksabha election banner

प्रोस्टेट और मूत्राशय का कैंसर बढ़ती उम्र के साथ होता है : डॉ. नर्मदा प्रसाद

मेदांता हास्पिटल गुडग़ांव से आए यूरोलॉजिस्ट डॉ. नर्मदा प्रसाद गुप्ता ने प्रोस्टेट कैंसर के इलाज पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि प्रोस्टेट और मूत्राशय का कैंसर बढ़ती उम्र के साथ होता है। यदि इसकी समय से जांच हो जाए और इसकी पुष्टि हो जाए तो मरीज ठीक हो सकता है और सामान्य जीवन जी सकता है। डॉ. गुप्ता ने 50 व उससे अधिक उम्र के लोगों को सचेत करते हुए कहा कि एक बार पीएसए (प्रोस्टेट स्पेसिफिक एंटीजन), अल्ट्रासाउंड और यूरीन की जांच करानी चाहिए। यदि रिपोर्ट में कोई कमी हो तो उसके लिए तत्काल डॉक्टर को दिखाएं। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक नहीं कि कैंसर का इलाज सिर्फ सर्जरी के जरिए हो। यह रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी के जरिए भी ठीक हो सकता है।

पेशाब के रास्ते ब्लड और दर्द हो तो  पीएसए जांच कराएं : डॉ. सुधरी

यूरोसर्जन डॉ. सुधीर रावल ने रोबोटिक सर्जरी पर विचार रखे। कहा कि रोबोटिक सर्जरी एक एडवांस सिस्टम है। इस विधि से अधिक ब्लड नहीं निकलता और यह जल्द ही ठीक हो जाता है। भारत में अभी तक 72 स्थलों पर रोबोटिक सर्जरी की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि यदि पेशाब के रास्ते ब्लड आ रहा है और दर्द हो रहा है तो सबसे पहले पीएसए की जांच कराना आवश्यक हो जाता है।

प्रोस्टेट एवं मूत्राशय कैंसर के बढऩे का कारण जीवनशैली में बदलाव : डॉ. पहावा

किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ से आए डॉ. एचएस पहावा ने कहा कि प्रोस्टेट एवं मूत्राशय के कैंसर के तेजी से बढऩे के प्रमुख कारण जीवनशैली में बदलाव को पाया गया है। प्रोस्टेट कैंसर सिर्फ पुरुष में पाया जाता है, जबकि मूत्राशय का कैंसर महिलाओं एवं पुरुषों दोनों में हो सकता है। दोनों ही बीमारियां की संभावना उम्र बढऩे के साथ बढ़ती जाती है।

प्रोस्टेट कैंसर का रोबोटिक सर्जरी द्वारा ऑपरेशन का वीडियो दिखाया

कोकिला बेन हास्पिटल मुंबई से आए डॉ. टीबी युवराज ने प्रोस्टेट कैंसर का रोबोटिक सर्जरी द्वारा ऑपरेशन का वीडियो दिखाया। साथ ही व्याख्यान दिया। इनके अलावा राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट नई दिल्ली से डॉ. सुधीर पहवा, एचसीजी हास्पिटल बंगलुरू से डॉ. रघुनाथ, टाटा मेमोरियल सेंटर मुंबई से आए डॉ.गगन प्रकाश व डॉ. शशिकांत मिश्र ने प्रोस्टेट एवं मूत्राशय कैंसर उपचार में आधुनिकतम जांच एवं उपचार के बारे में अनुभव साझा किए। अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह ने की। वरिष्ठ यूरोसर्जन डॉ. दिलीप चौरसिया ने सभी का आभार प्रकट किया। इस मौके पर डॉ. शबी अहमद, डॉ. संतोष सिंह, डॉ. शिरीस मिश्रा, डॉ. एसबी यादव, डॉ. राहुल सिंह, डॉ. वीके पांडेय व अन्य मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.