UPPSC अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार ने कहा, पीसीएस-जे 2018 में गड़बड़ी मिली तो निरस्त होगी परीक्षा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पीसीएस-जे 2018 के अभ्यर्थियों ने यूपीपीएससी अध्यक्ष से मुलाकात की और अध्यक्ष को परीक्षा में हुई धांधली के बारे में बताया।
प्रयागराज, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पीसीएस-जे 2018 के अभ्यर्थियों ने उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) अध्यक्ष से मुलाकात की। अभ्यर्थियों ने अध्यक्ष को परीक्षा में हुई धांधली के बारे में बताया, साथ ही उससे जुड़े दस्तावेज दिखाए। दर्जनभर से अधिक स्थानों पर एक क्रम व समूह में अभ्यर्थियों के पास होने पर अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार भी चौंक गए। कहा कि एक समूह में कई स्थानों पर कैसे पास हो सकते हैं? मैं इसकी जांच कराऊंगा, जो कापियां जांची गई हैं उसे स्वयं देखूंगा।
पीसीएस-जे 2018 के अभ्यर्थियों ने शनिवार की शाम मुख्यमंत्री से लखनऊ स्थित उनके आवास पर मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री ने अभ्यर्थियों को आयोग अध्यक्ष से मिलने को कहा था। इसके बाद सोमवार को अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल आयोग पहुंचा। नेतृत्व कर रहे आशीष पटेल ने अध्यक्ष को लिखित परीक्षा में एक क्रम सफल होने वाले अभ्यर्थियों का रोल नंबर दिखाया। ऐसे सौ से अधिक अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए सफल हुए हैं।
आशीष ने बताया कि रोल नंबर देखने के बाद अध्यक्ष ने माना की परीक्षा में गड़बड़ी हुई है। साथ ही आश्वासन दिया है कि वह इसकी जांच कराएंगे। उन्होंने जांची गई कापियों को खुद देखने का आश्वासन दिया है। साथ ही कहा कि यह प्रक्रिया पूरी होने तक पीसीएस-जे का साक्षात्कार का परिणाम जारी नहीं किया जाएगा। अगर परीक्षा में गड़बड़ी मिली तो उसे निरस्त करके दोबारा कराया जाएगा। इसमें जो अधिकारी दोषी होंगे, उन्हें जेल भेजा जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में केपी सिंह, जितेंद्र मिश्र, वीरेंद्र प्रताप सिंह शामिल रहे।
कल तक चलेगा साक्षात्कार
पीसीएस-जे 2018 की 610 पदों के लिए कराई गई। मुख्य परीक्षा में 5,795 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इसमें 1847 का चयन साक्षात्कार के लिए हुआ। अभ्यर्थियों का 21 जून से साक्षात्कार चल रहा है, जो 17 जुलाई तक चलेगा।