प्रयागराज, जेएनएन। विधानसभा चुनाव के जब भी नतीजे आए हैं तो फाफामऊ (पूर्व में नवाबगंज) में अक्सर जीत-हार में अंतर बहुत अधिक नहीं रहा है। कई बार हजार-दो हजार वोटों से विधायक का फैसला हुआ है। पांच से 10 हजार के बीच में विधायकी पर कब्जा हुआ है। चुनाव में बड़ी जीत से परचम न लहरा पाने का मिथक 2017 में टूट गया। भाजपा प्रत्याशी विक्रमजीत मौर्य ने 25,985 मत से फाफामऊ विधानसभा में कमल खिलाया था। 2022 के चुनाव में सभी राजनीतिक दल इस कीर्तिमान को तोड़ने के लिए एडी चोटी का जोर लगाएंगे।

41.07 प्रतिशत वोट पड़े थे कमल को

2017 के विधानसभा चुनाव में फाफामऊ में कुल 57.61 प्रतिशत मतदान हुआ था। 41.07 प्रतिशत वोट कमल के खाते में गए थे। 28.25 प्रतिशत मत सपा और 25.65 प्रतिशत वोट बसपा को हासिल हुए थे। 2012 के चुनाव में सपा को 29.17 प्रतिशत, बसपा को 26.20 प्रतिशत वोट मिले थे। भाजपा 9.61 प्रतिशत वोट लेकर चौथे स्थान पर रही थी।

26 प्रत्याशी उतरे थे चुनाव मैदान में

2012 के विधानसभा चुनाव में फाफामऊ विधानसभा से 26 प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया था। पांच प्रत्याशियों को छोड़कर शेष 21 के पास 10 हजार से भी कम वोट थे। 2017 के चुनाव में प्रत्याशियों की संख्या आधी यानी 13 ही रह गई थी। भाजपा, सपा और बसपा को छोड़कर बाकी दल के प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए थे।

56 बूथ बढ़ाएंगे मतदान प्रतिशत

2012 के विधानसभा में फाफामऊ में मतदेय स्थल की कुल संख्या 354 थी। मतदाताओं की सुविधा के लिए इस बार एक मतदेय स्थल पर 1200 वोट डालने की व्यवस्था की गई है। इससे विधानसभा में 56 बूथ बढ़ गए हैं। अब कुल संख्या 410 हो गई है।

आंकड़ों की बात

-5,88,702 लोग रहते हैं

-1,97,265 पुरुष मतदाता

-1,66,704 महिला मतदाता

-1,03,442 वोटर की उम्र 30-39

-4,444 वोटर 80 साल से अधिक के

-3,614 वोटर हैं 18-19 साल के

-61.83 प्रतिशत कुल वोटर

Edited By: Ankur Tripathi