UP Board : यूपी बोर्ड में कॉपियों की अदला-बदली, तीन दोषी को तीन वर्ष नहीं होगा पारिश्रमिक का भुगतान
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2019 का परिणाम 27 अप्रैल को जारी हुआ। परिणाम के बाद रायबरेली जिले के परीक्षार्थियों ने शिकायत की कि उनकी उत्तर पुस्तिकाएं बदल दी गई है।
प्रयागराज [धर्मेश अवस्थी]। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की परीक्षा में भी उत्तर पुस्तिकाओं की अदला-बदली का राजफाश हुआ है। एक ही परीक्षा केंद्र पर इंटरमीडिएट के छह परीक्षार्थियों की कॉपियां बदल दी गई, जांच में इसकी पुष्टि होने पर बोर्ड को प्रभावित परीक्षार्थियों को आनुपातिक अंक देने पड़े हैं। वहीं, केंद्र व्यवस्थापक, परीक्षा प्रभारी, कक्ष निरीक्षक सहित अन्य कई को अब तीन वर्ष तक बोर्ड पारिश्रमिक का भुगतान नहीं करने का निर्णय किया गया है।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2019 का परिणाम 27 अप्रैल को जारी हुआ। परिणाम आने के बाद रायबरेली जिले के परीक्षार्थियों ने शिकायत की कि उनकी उत्तर पुस्तिकाएं बदल दी गई है। मॉडर्न पब्लिक स्कूल इंटर कालेज सलोन रायबरेली परीक्षा केंद्र पर इंटर की परीक्षा देने वाले परीक्षार्थी अनुक्रमांक 1144753, 1144768, 1144777, 1144781 व 1144800 के मामले की जांच शुरू हुई। जांच में कॉपियां बदलने की पुष्टि हुई और इस मामले को परीक्षा समिति के समक्ष रखा गया। इसमें निर्णय किया गया कि प्रभावित सभी छह परीक्षार्थियों को आनुपातिक अंक दिए जाएंगे। वहीं, मॉडर्न पब्लिक स्कूल इंटर कॉलेज सलोन रायबरेली के केंद्र व्यवस्थापक, परीक्षा प्रभारी, संबंधित कक्ष निरीक्षक, सीलिंग व पैकिंगकर्ता और बंडल वाहक को यूपी बोर्ड के सभी पारिश्रमिक कार्यों से तीन वर्ष तक वंचित कर दिया गया है। यह भी निर्णय हुआ कि मॉडर्न पब्लिक स्कूल इंटर कॉलेज सलोन रायबरेली को अब तीन वर्ष तक यूपी बोर्ड की परीक्षा का केंद्र नहीं बनाया जाएगा।
आर्थिक दंड लगेगा, होगी वसूली
परीक्षा समिति ने निर्णय किया कि केंद्र व्यवस्थापक सहित सभी दोषी व्यक्तियों पर 10-10 हजार रुपये का आर्थिक दंड भी लगाया जाए। उसकी वसूली भू-राजस्व की तरह जिलाधिकारी रायबरेली के माध्यम से कराई जाएगी। वसूल की गई धनराशि राजकोष में जमा कराई जाए।
कॉलेज को नोटिस जारी
यूपी बोर्ड के अपर सचिव शिवप्रकाश द्विवेदी की ओर से परीक्षा केंद्र मॉडर्न पब्लिक स्कूल इंटर कॉलेज सलोन रायबरेली को नोटिस जारी कर दी गई है।
क्रमांकित कॉपियों के बाद हेराफेरी
यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल व इंटर 2019 की परीक्षा क्रमांकित यानी कोडिंग वाली कॉपियों पर कराई थी। प्रदेश भर में यह व्यवस्था इसीलिए लागू की गई थी कि कॉपियों की अदला-बदली पर अंकुश लगेगा, उसके बाद भी सनसनीखेज राजफाश हुआ है।