Coronavirus effect : Lockdown का जीवन शैली पर पड़ रहे असर को आंकेगा इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय Prayagraj News
कुछ लोगों ने खुद को नई दिनचर्या के अनुसार ढाल लिया तो कई पुराने ढर्रे पर ही चल रहे हैं। अचानक आए इस बदलाव का असर पूरे शरीर पर पड़ रहा है।
प्रयागराज,जेएनएन। लॉकडाउन...। सुबह से रात तक घर में 'कैदÓ और वर्क फ्रॉम होम से 'घरÓ भी दफ्तर में। दिनभर केवल मोबाइल और टीवी। जिंदगी ट्रेन में सफर के दौरान बर्थ पर पड़े रहने सरीखी हो गई है। लॉकडाउन के चलते लोगों की जीवन शैली पर पड़ रहे असर पर इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के शारीरिक शिक्षा विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर अर्चना चहल अध्ययन कर रही हैं।
खुद को व्यस्त रखने पर शरीर में होगा सकरात्मक ऊर्जा का संचार
प्रोफेसर अर्चना ने बताया कि इविवि के छात्र-छात्राओं के अलावा कुछ आम लोगों से फोन पर बात कर जानने का प्रयास कि लॉकडाउन की इस अवधि में लोगों के दैनिक जीवन और व्यवहार में किस तरह के बदलाव आए हैं? वह कहती हैं कि कुछ लोगों ने खुद को नई दिनचर्या के अनुसार ढाल लिया तो कई पुराने ढर्रे पर ही चल रहे हैं। अचानक आए इस बदलाव का असर पूरे शरीर पर पड़ रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि हमारे शरीर ने इसे कैसे स्वीकार किया ? इस दौरान हर कोई शरीरिक रूप से फिट रहना चाह रहा है। अब तक हुए अध्ययन में यह स्पष्ट हुआ है कि यदि इंसान खुद को व्यस्त रखेगा तो शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। इससे शरीर में हैप्पी हॉर्मोंस भी पैदा होंगे।
लॉक डाउन उल्लंघन करने पर एक वाहन सीज, 25 का चालान
कोरोना वायरस संक्रमण पर काबू पाने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान सड़क पर निकलने पर सोरांव पुलिस ने बुधवार को कड़ी कार्रवाई की है। इंस्पेक्टर सोरांव रामचरन वर्मा ने बताया कि लोगों को लॉकडाउन के दौरान घरों में रहना चाहिए। कार्रवाई में 25 वाहनों का चालान, एक वाहन सीज किया गया।